
सोनम कुमारी
दुमका।
पिछले तीन दिनों से हो रही झमाझम बारिश से दुमका जिला समेत आसपासके किसानों के चेहरे की मुस्कान लौट गयी है। भादो महीने में मौसम की
बेरूखी और तेज धूप के कारण धान के फसल मुरझाने लगे थे। खेतो में दरारें
उभर आयी थी। किसानों को लगने लगा था कि धान का फसल बचाने मुश्किल है।
यथासंभव लोग तालाब, पोखर ,नदी आदि से पटवन कर धान की फसल को बचाने मेंलगे थे पर वह नाकाफी था। पिछले तीन दिनों से मौसम के बदले मिजाज नेकिसानों को काफी राहत पहुचायी है। जिले में इस वर्ष खरीफ की फसल खासकरधान की शतप्रतिशत रोपाई हुई है। जिससे धान की अच्छी फसल होने के आसार है।जिले के सरैयाहाट प्रखंड के बसबेरवा गांव के शगुनी मांझी, हरिपुर के
देवलाल टुडू, जामा प्रखंड के बगझोपा के प्रमोद यादव ,कैलाश यादव,जरमुंडी प्रखंड के बाराटांड गांव के पुनु मिश्रा, कांग्रेस राय आदि नेबताया कि बारिश ने हमारे खेतों में हरियाली ला दिया है। अब हमारे धान केपौधे मरेगें नहीं। आगे के एक माह में दो बार भी अच्छी बारिश हो गयी तोधान के फसल के अच्छे पैदावार होने की संभावना रहेगी।
रूक -रूक कर हो रही वर्षा धान के लिए लाभदायक
रूक -रूक कर हो रही बारिश की वजह से धान के खेतों में पानी हो गया है।
उंचे भूमि के खेत व टांड में भी पानी भर आया है। जिससे फसल अच्छा होेने
का आसार बढ़ गया है। खेतों में पानी भर जाने से किसान खेतों से घास व
खरपतवार आदि निकाल रहे है जो अच्छे फसल के लिए निहायत जरूरी है। जानकारोंके अनुसार धान के पौधा के बढ़ने के लिए यह उपयुक्त समय है। रूक -रूक करहोने वाली बारिश से फसल धान के पौधे में काफी फायदा होता है। इसी समयधान के खेतों में खर पतवार व घास निकाल कर किसान धान के पौधे को पैर सेदबाता है जिससे पौधा का विकास तेजी से होता है और फसल लहलहाने लगता है।
