
आदित्यपुरः अनुसूचित जाति, जनजाति, अति पिछड़ा समन्वय समिति की ओर से आदित्यपुर-2 स्थित अंबेडकर चौक के समीप रविवार को संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 128 वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई. इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज के प्राचार्य बीएन प्रसाद उपस्थित थे. समिति की मुख्य संरक्षक सह राष्ट्रीय जनता दल, झारखंड प्रदेश की नेता श्रीमती शारदा देवी समेत समाज के बुद्धिजीवियों एवं सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने इस मौके पर अपने विचार रखें. सबों ने एक स्वर में कहा कि संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर आधुनिक भारत के शिल्पकार थे. वे समाज के सभी वर्गों के समान अधिकार के पक्षधर थे, जिन्होंने समतामूलक समाज की परिकल्पना की थी. इस दौरान पूरा माहौल जय भीम के नारों स गूंज उठा. कार्यक्रम में शामिल लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था.
इससे पहले अतिथियों समेत कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों ने बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए. साथी ही बाबासाहेब के आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया गया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज के प्राचार्य बीएन प्रसाद ने कहा कि जब तक देश और समाज की 85% आबादी में एकता नहीं आएगी और हम आगे बढ़ कर अपने हक और अधिकार की लड़ाई के लिए जोरदार आंदोलन नहीं करेंगे, तब तक समाज के पिछड़े तबके के लोगों को उनका अधिकार नहीं मिलेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में देश में बड़ी फास्टीस्ट शक्तियां हावी है. उनका जोरदार ढंग से विरोध करना होगा. जो पिछड़े और दलितों के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ने के लिए खुलकर सामने आएगा वैसे दल और संगठनों का ही हमें साथ देना है. खासकर उन्होंने समाज के युवाओं को इसे लेकर जागरूक रहने को कहा. इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में महिला पॉलिटेक्निक के प्राचार्य डॉक्टर सत्यदेव राम उपस्थित थे. इनके अलावा कोऑपरेटिव कॉलेज के प्रोफेसर राजेश कुमार, रविदास समाज के योगेंद्र राम, यदुनंदन राम, मुन्नी देवी, मुखी समाज के गुरुचरण मुखी, पासवान समाज के लाल बहादुर शास्त्री, बाउरी समाज के कैलाश बाउरी, संत गाडगे जागृति मंच के उपेंद्र रजक, भोला रजक के अलावा कालिंदी समाज के प्रतिनिधियों ने भी इस मौके पर अपने विचार व्यक्त किए. सबो का यही कहना था कि बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के आदर्शों पर चलकर ही समतामूलक समाज का निर्माण किया जा सकता है. कार्यक्रम में पूर्व आरक्षी उपाधीक्षक सरयू पासवान, समाजसेवी सह अधिवक्ता ओम प्रकाश, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सरदार बलदेव सिंह, हरि मुखी, बैजू मुखी, प्रोफेसर रविशंकर, रामाशीष राम, नाइकी हेंब्रम, वार्ड पार्षद जूली महतो, भाजपा नेता सुशील मंडल, राजद नेता पुरेन्दर नारायण सिंह एवं कांग्रेस नेता दिवाकर झा ने भी अपने विचार रखते हुए बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के जीवन मूल्यों पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम का संचालन इंजीनियर अशोक कुमार ने किया. वहीं अनुसूचित जाति-जनजाति पिछड़ा वर्ग समन्वय समिति के संयोजक पांडी मुखी, खिरोद सरदार, कमलेश कुमार राम, डीआर बैठा एवं महेश राम, रामाशीष राम, आरपी राही ने भी इस दौरान सामाजिक एकजुटता पर बल देते हुए समतामूलक समाज के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ने पर जोर दिया. इस मौके पर आदित्यपुर के पत्रकारों सहित तमाम बुद्धिजीवियों एवं समाजसेवियों को समिति की ओर से सम्मानित किया गया. धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ समाजसेवी मुस्ताक अहमद ने किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में युवाओं की टोली रमेश मुखी, सुमंत मुखी, गणपति करूवा, जोलेश मुखी, जगताप मुखी, शत्रुघन मुखी, रेताब मुखी, जैनू मुखी, राजू मुखी, कुंदन मुखी, मनसा मुखी, अशोक मुखी, सहब करूवा का सक्रिय योगदान रहा. इन युवाओं ने मोटरसाइकिल से पूरे क्षेत्र का भ्रमण कर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के विचारों से लोगों को अवगत कराया. वहीं पूरा क्षेत्र तब पूरी तरह से जय भीम के नारों से गूंज उठा जब जमशेदपुर के एग्रिको से जुलूस की शक्ल में एससी एसटी वेलफेयर समिति के अध्यक्ष सोनाराम बोदरा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोग आदित्यपुर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. इसमें समिति के उपाध्यक्ष बाबू नाग, बीडी मुखी, गणेश राम, सुरेश प्रसाद, रविंद्र प्रसाद, राजकुमार दास, मिथिलेश दास, चेतन मुखी, बाबू कालिंदी, मोहम्मद चांद, दुलार रवि दास, सुनील कुमार, सुनील कुमार राम, गीता सुंडी एवं रामचंद्र पासवान प्रमुख थे.
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