दो दिन पूर्व ही रेल जीआरपी ने अतिक्रमण मुक्त कराया था
सहरसा-मानसी रेलखंड के सिमरी बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन के रानीबाग ढ़ाला के समीप फिर से एक बार पटरी के दोनों किनारे अस्थाई दुकाने सजने लगी हैं। दो दिन पूर्व रेल जीआरपी ने अतिक्रमण हटाओं अभियान चला कर दुकाने को तोड़ा था लेकिन 48 घंटे के बाद फिर दुकाने सज गई। रविवार को 17 सी केबिन से दक्षिण पटरी के दोनों ओर दुकाने यू सजी थी को देखने वालो को लगा लगा था कि दो दिन पूर्व जो चमन कुछ देर के लिये दिखा उसका क्या हुआ। पटरी की दोनों ओर दुकाने लगने से कभी भी एक बड़ा रेल दुर्धटना से इंकार नही किया जा सकता हैं। रविवार को एक बकड़ी सिर्फ इसलिये कट कर मर गई की दोनों ओर लोगों की ईतनी भीड़ थी कि वह बकरी पटरी से दुर भाग नही सकी।
दुकानदारों से बसूली- एैसा नही है की यहां लगने वाले अस्थाई दुकानों की जानकारी स्थानिय स्टेशन अधीक्षक को नही है बकायदा एक लोग दुकानदारांे से प्रति दुकान बटटी की तसील भी करते हैं। सुत्रों का कहना है कि स्टेशन अधीक्षक की मिलीभगत से ये दुकाने सजती हैं जब रेल जीआरपी का अभियान चलता है तो ये लोग दुकाने हटा लेते है फिर वही पुरानी बात हो जाती हैं। स्थानिय लोगों का कहना है जब तक रानीबाग के आसपास दोनों चारदिवारी का निमार्ण नही होगा इस समस्या का स्थाई निदान नही हो पायेगा।
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