Rata Tata Funeral: :अलविदा रतन टाटा… नम आंखों से जनसैलाब ने दी आखिरी विदाई, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
Ratan Tata Updates:
भारत के प्रतिष्ठित बिजनेसमैन और करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा रहे रतन टाटा का आज मुंबई के वर्ली श्मशान घाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। रतन टाटा लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने 86 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा। रतन टाटा के निधन के बाद उनके अंतिम संस्कार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई थीं कि उनका अंतिम संस्कार कैसे किया जाएगा। कई लोगों का अनुमान था कि रतन टाटा पारसी समुदाय से सम्बध रखते थे, इसलिए उनका अंतिम संस्कार पारसी रीति-रिवाजों से ही किया जाएगा लेकिन रतन टाटा के परिवार ने इलेक्ट्रिक अग्निदाह से उनका अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया। दूसरी तरफ बात करें, पारसी धर्म में अंतिम संस्कार के नियम की, तो यह बहुत ही अलग है।
रतन टाटा का अंतिम संस्कार विद्युत शवदाह से हुआ
रतन टाटा के अंतिम संस्कार के तरीके पर चर्चा की जा रही थी। आखिरकार रतन टाटा के परिवार के सदस्यों ने रतन टाटा के अंतिम संस्कार को लेकर फैसला ले लिया, जिसके बाद रतन टाटा के पार्थिव शरीर को वर्ली स्थित इलेक्ट्रिक अग्निदाह ले जाया गया। यहां कई जानी-मानी हस्तियों ने रतन टाटा को श्रद्धाजंलि दी। रतन टाटा की मृत्यु के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि रतन टाटा पारसी धर्म से सम्बध रखते हैं, इसलिए रतन टाटा का अंतिम संस्कार टॉवर ऑफ साइलेंस में किया जा सकता है लेकिन उनके परिवार ने पारसी धर्म के अंतिम संस्कार के इस तरीके का अनुसरण नहीं किया।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा को श्रद्धासुमन अर्पित किए
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा को श्रद्धासुमन अर्पित किए। गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की ओर से मुंबई में रतन टाटा के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।
X प्लेटफॉर्म पर अपनी पोस्ट में श्री अमित शाह ने कहा कि रतन टाटा जी को हमेशा देशभक्ति और ईमानदारी के प्रतीक के रूप में याद किया जाएगा। रतन टाटा जी ने दुनियाभर में एक सम्मानित उद्योगपति के रूप में टाटा समूह को वैश्विक स्तर पर प्रसिद्धि दिलाई। रतन टाटा जी का जीवन और राष्ट्र के प्रति उनकी कटिबद्धता भारत के औद्योगिक परिदृश्य में एक ध्रुव तारे की तरह है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि रतन टाटा ने स्वच्छ कॉर्पोरेट गवर्नेंस, नियमों का पालन करते हुए टाटा समूह का नेतृत्व किया और टाटा ट्रस्ट के माध्यम से एक बेहतर समाज बनाने का प्रयास किया। रतन टाटा जी की विरासत आने वाले लंबे समय तक देश के औद्योगिक क्षेत्र का नेतृत्व करने वालों का मार्गदर्शन करती रहेगी।
रतन टाटा जी के निधन के बाद एक अन्य पोस्ट में श्री अमित शाह ने कहा कि रतन टाटा जी ने निस्वार्थ भाव से अपना जीवन राष्ट्र के विकास के लिए समर्पित किया। श्री शाह ने कहा कि वे जब भी रतन टाटा जी से मिले, भारत और इसके लोगों की बेहतरी के लिए उनके उत्साह और प्रतिबद्धता ने उन्हें चकित कर दिया। हमारे देश और इसके लोगों के कल्याण के लिए उनकी प्रतिबद्धता ने लाखों सपनों को जन्म दिया। गृह मंत्री ने कहा कि समय, श्री रतन टाटा जी को उनके प्यारे देश से दूर नहीं कर सकता और वे हमारे दिलों में हमेशा जीवित रहेंगे।
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