रांची।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखण्ड में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा प्राप्त हो, इसके लिए सरकार सतत प्रयत्नशील है। इसके लिए शिक्षण संस्थानों के आधारभूत संरचनाओं का विकास किया जा रहा है। प्रख्यात शिक्षाविदों की सेवा भी ली जाएगी। आईआईटी (आइएसएम) धनबाद के विस्तार के लिए सरकार 300 एकड़ भूमि उपलब्ध कराएगी। आईआईटी (आइएसएम) के पास अर्धनिर्मित प्लेनेटोरियम का निर्माण कार्य को पूर्ण कर संचालित करने का काम भी संस्थान के द्वारा ही किया जाएगा। यहां पर जियोलोजिकल म्यूजियम भी स्थापित किया जाएगा। इससे आम जनता के साथ-साथ विधार्थी भी लाभांवित होंगे। उक्त बातें मुख्यमंत्री ने झारखण्ड मंत्रालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में आईआईटी (आइएसएम) के साथ बैठक में कहा । मुख्यमंत्री ने कहा कि बीआईटी सिन्दरी को भी राष्ट्रीय स्तर का शिक्षण संस्थान बनाने के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। इसमें आईआईटी (आइएसएम) धनबाद मेंटर की भूमिका निभा सकता है तथा एमबीए कोर्स की पढ़ाई शुरू करने में सहयोग दे सकता है। उन्होंने कहा कि धनबाद-बोकारो की कनेक्टीवीटी देश के विभिन्न शहरों से सुविधाजनक है। बोकारो में एयरपोर्ट विकसित करने की योजना है। शिक्षा के क्षेत्र में यह एक महत्वपूर्ण डेस्टीनेशन होगा। आईआईटी (आइएसएम) के निदेशक प्रो डीसी पाणिग्रही ने कहा कि भूमि उपलब्ध होते ही आईआईटी (आइएसएम) के द्वारा 29 सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस खोला जाएगा। जनता की सुविधा के लिए संस्थान अपने खर्च पर आईआईटी (आइएसएम) के पास सड़क निर्माण भी करने जा रही है। बैठक में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी, मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, सचिव उच्च शिक्षा अजय कुमार आईआईटी (आइएसएम) के रजिस्ट्रार एमके सिंह, प्रो डी कुमार समेत अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
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