रांची । हैवानों की दरिंदगी की शिकार रांची की निर्भया का अंतिम संस्कार आज उसके पैतृक गांव में कर दिया गया। अंत्येष्टि में परिवार के सदस्यों के अलावा बड़ी संख्या में पीड़िता के कॉलेज के छात्र , स्थानीय विधायक अमित महतो और समाज के विभिन्न वर्गां के लोग शामिल हुए।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दुःख प्रकट करते हुए कहा कि सभ्य समाज में ऐसी घटना शर्मनाक है। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को इस मामले में त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया है और दोषियों को पकड़ कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमे की सुनवाई शुरु कराने के लिए आवश्यक पहल का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने आज जमशेदपुर जाने के कार्यक्रम को भी रद्द कर दिया है और शाम में पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलायी गयी है। इस बैठक में राज्य की कानून व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी।
इस बीच एसआईटी की टीम आज फिर से रांची के बूटी स्थित उस बस्ती में पहुंच कर छानबीन शुरु की,जहां एक किराये के मकान में रहने वाली इंजीनियरिंग की छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गयी थी। विशेष जांच टीम में फॉरेसिंग विभाग के सदस्य भी शामिल है। जांच टीम की मॉनिटरिंग खुद एडीजी सीआई कर रहे है और घटना की जांच के लिए आईजी सीआईडी, डीआईजी रांची और एसएसपी समेत अन्य वरीय पुलिस अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे।
जांच अधिकारियों को इस बात के पुख्ता प्रमाण मिले है कि इंजीनियिरंग की छात्रा की हत्या के बाद शव को जलाया गया। बताया गया है कि घटना को एक से अधिक अभियुक्तों ने अंजाम दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह भी जानकारी मिली है कि हत्या के पहले छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया और फिर पीड़िता के गले में तार बांध कर हत्या कर दी ग
Comments are closed.