राँची – राज्य सरकार द्वारा अबतक 60 हजार से अधिक लोगों वापस लाया गया- अमरेंद्र प्रताप सिंह

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बस के माध्यम से लगभग 30 हजार लोग राज्य में वापस आये- के रवि कुमार

◆कंटेनमेंट जोन में सभी लोग होम क्वॉरेंटाइन में ही रहेंगे-अमिताभ कौशल

◆रेड जोन से आने वाले लोगों को सरकारी क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा-नितिन मदन कुलकर्णी

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राँची। झारखंड के कोरोना संबंधित मामलों के मुख्य नोडल पदाधिकारी  अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य में प्रवासी मजदूरों का आवागमन सरकार द्वारा कराया जा रहा है। जिसके लिए सरकार अन्य राज्यों एवं केंद्र सरकार से समन्वय स्थापित कर ट्रेन के माध्यम से प्रवासी मजदूरों की वापसी करा रही है। वहीं सभी जिलों के उपायुक्त द्वारा बस के माध्यम से प्रवासी मजदूरों को वापस लाने का कार्य किया जा रहा है। अभी तक राज्य में 60 हजार से अधिक लोग वापस आ चुके हैं । इन सभी कार्यों में भारत सरकार द्वारा जारी किए गए सभी प्रोटोकॉल्स को फॉलो किया जा रहा है । वे आज झारखंड राज्य में कोरोना से बचाव और लॉक डाउन के दौरान राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों को प्रोजेक्ट भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के लोगों से साझा कर रहे थे।

44 ट्रेनें विभिन्न राज्यों से झारखंड आई है और 56 ट्रेन आगे के लिए शेड्यूल्ड

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राज्य स्तरीय यातायात सचिव श्री के रवि कुमार ने कहा कि अभी तक बस के माध्यम से लगभग 30 हजार लोग राज्य में वापस आ चुके हैं। वहीं 44 ट्रेनें विभिन्न राज्यों से झारखंड आई है और 56 ट्रेन आगे के लिए शेड्यूल्ड है। अभी तक 50,028 प्रवासी मजदूर श्रमिक एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन के माध्यम से राज्य में वापस आ चुके हैं। राज्य में निजी वाहनों से भी आवागमन के लिए पास निर्गत किया जा रहा है। अभी तक कुल 1,04,403 आवेदन प्राप्त हुए जिनमें से 95% आवेदनों पर विचार कर कार्रवाई की गई है।

लोग जागरूक बनें और कोरोना से बचाव के लिए जारी सरकार के गाइडलाइंस का पालन करें

आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव  अमिताभ कौशल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए निदेश के बाद कई राज्यो से लोगों की वापसी हो रही है । काफी संख्या में प्रवासी मजदूर अपने घर वापस आ रहे हैं इस संदर्भ में सभी को ग्रास रूट लेवल पर कार्य करना होगा। लोगों को जागरूक करना होगा कि वे खुद ही कोरोना से बचाव के लिए जारी सरकार के गाइडलाइंस का पालन करें। इस हेतु ग्राम प्रमुख, मुखिया,आंगनवाड़ी सेविका, सहिया, चौकीदार, स्कूल कमिटी, शिक्षक आदि को घर घर तक जानकारी पहुंचाने और उन्हें कोरोना वायरस से बचाव के क्रम मे कैसे रहना है इस ओर प्रेरित करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन का गाइडलाइन जारी किया गया है । आवश्यकता के अनुसार यहां बैरिकेटिंग भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि जितने भी घर कंटेनमेंट जोन में है वहां के सभी लोग होम क्वॉरेंटाइन में ही रहेंगे। कंटेनमेंट जोन के लिए कंट्रोल रूम का भी संचालन किया जा रहा है। झारखंड के विभिन्न जिलों को लॉक डाउन की वजह से फंसे मजदूरों की सहायता हेतु 16 करोड़ 70 लाख रुपए की अतिरिक्त राशि वितरित की गई है। जिससे वह झारखंड में फंसे मजदूरों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखने में खर्च करेंगे। क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों को स्पेशल पैकेट दिया जा रहा है जिसमें 10 किलो चावल ,1किलो अरहर दाल 1 किलो चना दाल, 1 पैकेट तेल और 1 किलो नमक दिया जा रहा है।

राज्य में अभी 190 लोग कोविड-19 के टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए

स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में 25 रेड जोन चिन्हित किए गए हैं जहां से आने वाले लोगों को सरकारी क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा । उनकी जांच के उपरांत ही उन्हें होम क्वॉरेंटाइन किया जाएगा । उन्होंने बताया कि राज्य में अभीतक 190 लोग कोविड-19 के टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं जिसमें 87 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं, 3 की मृत्यु हो गई है । राज्य में अभी कुल 90 एक्टिव केस है। राज्य में अभी मृत्यु दर 1.66% है। उन्होंने कहा कि राज्य में टेस्टिंग के लिए उपकरण लगाए जा रहे हैं। जिससे टेस्टिंग अधिक से अधिक हो सके। उन्होंने कहा कि राज्य में 63 कंटेनमेंट जोन है जिसमें 1,04,517 लोग रह रहें हैं। राज्य में 8 दिन में अन्य राज्यों से वपस आने वाले 64 प्रवासी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। जिसमें सबसे अधिक सूरत, हैदराबाद और मुंबई से आए लोग हैं। राज्य के 9 जिलों में अभी तक एक भी कोरोना पॉजिटिव नहीं मिले हैं। वहीं रांची और गढ़वा में 10 से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं। सरकार द्वारा वैसे लोग जो क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे हैं उनके अंदर इम्यूनिटी बूस्टर हेतु उनके खान-पान का विशेष ख्याल रखा जा रहा है।

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