रांची । जिला पुलिस ने अंदर चर्चित नरेंद्र सिंह होरा हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने घटना में शामिल 9 अपराधियों को गिरफ्तार किया है साथ ही 4 हथियार, 11 जिन्दा गोली, एक पल्सर, एक स्कूटी , 19 हज़ार नकद और 8 मोबाइल फोन बरामद किया है। एसएसपी अनीश गुप्ता के अनुसार इस गैंग का मास्टरमाइंड पलामू का रहने वाला छोटू हुसैन था। लेकिन 8 अपराधी रांची के ही डोरंडा के रहने वाले थे। कुल 12 लोग गैंग में थे। अपर बाजार के व्यवसाइयों की रेकी का ये काम करते थे। इसके लिए अपर बाजार में इन्होंने सैलरी पर 2 लोगों को लगा रखा था। जो इस गैंग को सूचना देता था कि कौन कितना पैसा लेकर घर जाता है। रेकी करने वाले ने सूचना दी कि नरेंद्र सिंह होरा मोटी रकम लेकर हर दिन घर जाते हैं। घटना के एक सप्ताह पहले से अपराधियों ने नरेंद्र सिंह होरा की रेकी शुरू की। 3 अक्टूबर को फाइनल रेकी किया गया। फिर घटना को अंजाम देने के लिए 5 अक्टूबर का दिन तय किया गया। घटना के दिन अपर बाजार से घटनास्थल तक कई लोग रास्ते में उनको कवर कर रहे थे और आगे मौजूद अपने लोगों को सूचना दे रहे थे। जैसे ही नरेंद्र सिंह होरा रोसपा टॉवर के गली के पास पहुंचे वहां पहले से मौजूद बबन और छोटू ने उन्हें घेर लिया। चुकी पैसा स्कूटी के डिक्की में था। इसलिए स्कूटी छीनने का क्रम में झड़प हुई। और गोली चल गई। जिसमें नरेंद्र सिंह होरा की मौत हो गई। फिर अपराधी स्कूटी लेकर मैदान की तरफ गए और पैसा निकालने के बाद उसे छोड़ दिया। एसएसपी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली की डोरंडा के नीम चौक पर अपराधी फिर से कोई घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। एसएसपी ने एक टीम बनाई और वहां छापा मारा। पुलिस को देख अपराधी भागने लगे। लेकिन पुलिस ने बबन खान, छोटू, राशिद, मेहंदी और आसिफ को गिरफ्तार किया। फिर इन्ही की निशानदेही पर कुल 9 लोगों की गिरफ़्तारी हुई। जिनके पास से 4 हथियार, 11 जिन्दा गोली, 1 पल्सर, 1 स्कूटी, 19 हज़ार नकद और 8 मोबाइल बरामद किया है।उन्होने कहा कि पकड़े गए अपराधी की गिरफ्तारी के बाद पुरी जानकारी प्राप्त हुई कि इन्ही के टीम के द्रारा इस घटना को अंजाम दिया गया। उन्होने कहा कि यह घटना लूट के इरादे से की गई है। उन्होने कहा कि अभी भी 2 अपराधी फरार है जिसके लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

