राजेस तिवारी
पटना |
गोपालगंज में जहरीली शराब से 14 लोगो की मौत ने सख्त कानून के बावजूद विभिन्न जिलो में शराब के कारोबार का मामला नए सिरे से चर्चा में ला दिया है | पटना सारण सहित कई जिलो में मौते हुई है पर प्रशासन इन मौतों का कारण शराब मानने को राजी नहीं है | कहा जा रहा है की शराबबंदी लागु होने के कारण प्रशासन के लिए झटके में यह बात मान लेना भी कम पेचीदगी भरा नहीं |
अभी पांच दिन पहले ही पश्चिम चंपारण के लौरिया में जहरीली शराब के कारण चार लोग मोत की चपेट में आ गए थे | कई बीमार लोगो का अब तक इलाज़ जारी है | जून के आखरी सप्ताह में सारण के सहाजितपुर में भी तीन लोगो की मौत का मामला सामने आया था | अप्रैल में शराबबंदी लागु होने के बाद एक ही जगह जहरीली शराब से मौत का सबसे पहला मामला पटना में प्रकाश में आया था |
पश्चिम चंपारण में पाच दिन पहले चार की हुई मौत
पश्चिम चंपारण के लौरिया थाना झेत्र के मटियरिया घागड़ टोली में पिछले शुक्रवार को जहरीली शराब पीने से चार लोगो की मोत हो गई थी | इस घटना में आठ लोग बीमार हुए जिनमे दो का इलाज़ अब भी चल रहा है | घटना के बारे में बताया जाता है की महादलित बस्ती मटियरिया घागड़ टोली में पीपल स्थान पर बस्ती के लोगो ने सामूहिक पूजा के दौरान बलि का मास खाया और छक कर शराब पी |
23 जून ;सारण में चार की मौत
लगभग पौने दो महीने पूर्व 23 जून को सारण जिले के सहाजितपुर थाना झेत्र के हाफिजपुरगांवमें जहरीली शराब के कारण चार लोगो हरेन्द्र महतो ( 40)लालबाबू शर्मा ( 55 ) व मनोज महतो (30 )तथासहाजितपुर गांव निवासी राजेश महतो (40)की मौत हो गई थी | प्रशासन ने तब भी शराब के कारण मौत से इंकार किया था |
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