राजेस तिवारी
पटना | बिहार में शराब पीना मना है लेकिन इसका तोड़ लोगो ने निकाल लिया है | वे सीमावर्ती राज्यों झारखंड ,यूपी व पश्चिम बंगाल तथा नेपाल जाकर पी रहे है | चौकाने वाली बात तो यह है की इस
शराब में बड़ा भाग बिहार से सप्लाई किया जा रहा है वह भी कानूनी तरीके से | विदित हो की शराबबंदी कानून में शराब पीने पर रोक है इसके निर्माण पर रोक नहीं है इस कारण बिहार स्थ्ति विदेशी शराब और बीयर के बाटलिंग प्लांट मजे में काम कर रहे है | राज्य सरकार ने अपनी नई उत्पाद नीति के तहत विदेशी शराब व
बीयर के निर्माण पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं नहीं लगाया है | ऐसे में झारखंड और अरुणाचल प्रदेश बिहार निर्मित विदेशी शराब और बीयर के अब सबसे बड़े बाजार बन गए है पिछले दो महीनो में बीयर के निर्यात शुलक के रूप में राज्य सरकार को 16 लाख ,93 हजार ,200 रुपए की आमदनी हुई है | पिछले दो महीनो में नौबतपुर ,पटना स्थित यूनाईटेड बेरवेरिज लिमिटिड ने पिछले दो महीनो में झारखंड को 34 हजार बलक लीटर बीयर का निर्यात किया है वही कालसबर्ग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने झारखंड दस लाख दस हज़ार 880 बलक लीटर
बीयर बेजा है | केवल झारखंड ही नहीं बल्कि अरुणाचलप्रदेश भी बिहार निर्मित बीयर का बाजार बन रहा है |
