एनडीआरएफ का बिहार में बाढ़ राहत एवं बचाव ऑपेरशन जारी, दो बच्चों को बचाया जान

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बिहार राज्य में बाढ़ आपदा से निपटने में एनडीआरएफ की बचाव टीमें जिला प्रशासन के समन्वय से लगातार रेस्क्यू ऑपेरशन में जुटी हुई है। बिहटा (पटना) में स्थित 9वीं बटालियन एनडीआरएफ के कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि दो अलग-अलग घटनाक्रम में एनडीआरएफ के रेस्क्यू टीमों ने दो बच्चों का बहुमुल्य जान बचाया।

पहला घटना बिहार राज्य के सारण जिलान्तर्गत बाढ़ प्रभावित पानापुर प्रखण्ड का है। बुधवार (29 जुलाई) को टीम कमान्डर शाहबाज़ आलम के नेतृत्व में एनडीआरएफ की एक टीम पानापुर प्रखण्ड में बाढ़ राहत एवं बचाव में जुटी हुई थी। बुधवार शाम लगभग 0520 बजे कुछ ग्रामीणों ने जोर-जोर से आवाज लगाकर नजदीक इलाके में मौजूद एनडीआरएफ रेस्क्यू टीम को मदद के लिए पुकारने लगे। त्वरित कार्यवाही करते हुए जब घटनास्थल पर एनडीआरएफ के कार्मिक पहुँचे तो मालूम चला कि नजदीक के बाढ़ प्रभावित खजूरी गाँव का रहने वाला एक 10 वर्षीय लड़का- अमन कुमार, पिता- मुन्ना सिंह स्नान करने के क्रम में बाढ़ के पानी में डूबने लगा था। कुछ देर बाद नजर पड़ने पर वहाँ मौजूद स्थानीय लोगों ने उस लड़के को पानी से निकाल लिया। लेकिन इस दौरान अधिक पानी पी लेने की वजह से पीड़ित बच्चा बेहोश हो गया था। बाढ़ग्रस्त इलाका होने की वजह से नजदीक के अस्पताल में तुरन्त पहुंचाना स्थानीय लोगों के लिए काफी मुश्किल काम था।

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मौके पर टीम कमान्डर शाहबाज़ आलम के नेतृत्व में पहुँची एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने स्थिति को कुशलता से संभाला। सबसे पहले पीड़ित बच्चे को अस्पताल पूर्व चिकित्सा मुहैया करके उसके पेट से पानी निकाला। कुछ देर बाद बच्चा होश में आ गया। फिर बिना समय गँवाये एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू बोट की मदद से पीड़ित बच्चे को उसके परिजनों के साथ पानापुर प्रखण्ड में स्थित एक अस्पताल में पहुँचाया। जानकारी के मुताबिक पीड़ित बच्चा अमन का हालात अभी ठीक है।

एक दुसरे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि विगत रात जिला प्रशासन से प्राप्त सूचना के आधार पर पूर्वी चम्पारण जिले के मोतिहारी में तैनात एनडीआरएफ टीम के बचावकर्मियों ने सहायक उप निरीक्षक कौशल किशोर के नेतृत्व में एक सर्पदंश 04 वर्षीय पीड़ित लड़का- अदनान, पिता- शमीम कौशर को बंजारिया प्रखण्ड में स्थित बाढ़ प्रभावित गाँव जाटवा से देर रात रेस्क्यू बोट से निकालकर सुरक्षित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बंजारिया पहुंचाने में मदद किया।

कमान्डेंट विजय सिन्हा ने आगे बताया कि एनडीआरएफ के हमारे बचावकर्मी मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर के रूप में प्रशिक्षित होते है ताकि जरूरत के अनुसार आपदा के दौरान घटनास्थल पर ही पीड़ित को अस्पताल पूर्व चिकित्सा मुहैया करके बहुमुल्य जान बचाया जा सके।

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