नईदिल्ली।राष्ट्रपति भवन के फोरकोर्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिमंडल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस दौरान मोदी के अलावा 24 ने कैबिनेट मंत्री, 9 स्वतंत्र प्रभार और 24 ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली।शपथ ग्रहण समारोह शाम 7 बजे शुरू हुआ जो करीब दो घंटे तक चला।
किसने किस भाषा में ली शपथ
अधिकांश मंत्रियों ने हिंदी में शपथ ली, जबकि कुछ ने अंग्रेजी में शपथ ली। कैबिनेट के 19 मंत्रियों ने हिंदी और 5 ने अंग्रेजी में शपथ ली। स्वतंत्र प्रभार के 9 में से 7 ने हिंदी और दो ने अंग्रेजी में शपथ ली, जबकि राज्य मंत्रियों में 19 ने हिंदी और 5 ने अंग्रेजी में शपथ ली। कर्नाटक, आंध्र और पंजाब और बंगाल से आने वाले मंत्रियों ने अंग्रेजी में शपथ ली। वहीं, 2015-2018 के बीच विदेश सचिव रहे एस.जयशंकर ने भी अंग्रेजी में शपथ ली। इनके अतिरिक्त निर्मला सीतारमण, सुरेश अंगडी,बाबुल सुप्रियो, हरसिमरत कौर, हरदीप पुरी, राव इंद्रजीत, सोम प्रकाश, सुरेश अंगडी उन मंत्रियों में रहे जिन्होंने अंग्रेजी में शपथ ली।
राज्य का प्रतिनिधित्व
पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल के मंत्रिमंडल में लगभग सभी राज्यों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई। कैबिनेट के 24 मंत्रियों में 4 यूपी से, एक गुजरात से, 3 बिहार से, महाराष्ट्र से पांच, उत्तराखंड से एक, झारखंड से दो, पंजाब से एक, कर्नाटक से दो, मध्य प्रदेश से दो, राजस्थान,दिल्ली और ओडिशा से एक-एक मंत्री शामिल हैं। स्वतंत्र प्रभार के 9 में यूपी से दो, हरियाणा से एक, गोवा से एक, बिहार से एक, अरुणाचल से एक, जम्मू-कश्मीर से एक, गुजरात से एक और मध्य प्रदेश से एक मंत्री हैं। वहीं, राज्य मंत्रियों में यूपी से चार, राजस्थान, बंगाल, कर्नाटक, महाराष्ट्र से तीन, एमपी,गोवा, हरियाणा, तेलंगाना, असम, गुजरात, पंजाब, हिमाचल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और बिहार से एक-एक मंत्री हैं।
राज्यसभा और लोकसभा का प्रतिनिधित्व
अब मंत्री परिषद में ऊपरी और निचले सदन के प्रतिनिधित्व की बात करें तो पीएम मोदी को छोड़कर 57 मंत्रियों में 8 राज्यसभा से हैं। 47 लोकसभा से सांसद हैं जबकि एस. जयशंकर और एलजेपी चीफ राम विलास पासवान किसी भी सदन का प्रतिनिधित्व नहीं करते। उन्हें अगले छह महीने के भीतर दोनों में से किसी एक सदन की सदस्यता लेनी होगी।
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