जमशेदपुर।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस विश्व पटल के एक।महान नेता ही नहीं वक्तृत्व कला के धनी तथा कुशल संगठनकर्ता भी थे और यही कारण रहा की दुनिया के शक्तिशाली जर्मन नेता हिटलर से लेकर जापान के तोजो तक उनके नेतृत्व के कायल थे। आज यह बात नेताजी की 123 वीं जयंती के अवसर पर एक नमन समारोह के दौरान पूर्व सैनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष सार्जेंट तापस कुमार मजूमदार ने अपने संबोधन में कही। माला पहनाकर और पुष्पांजलि समर्पित कर कार्यक्रम का आरंभ किया गया। विषय प्रवेश महामन्त्री अनिल सिन्हा ने किया जबकि संचालन दयाभूषण ने किया। नेताजी क्व बारे में अमरेंद्र कुमार और रमेश शर्मा ने भी अपने विचार रखे। हम सबने मिलकर यह संकल्प लिया की अपने संबोधन और अभिवादन में जय हिन्द का प्रयोग करेंगे। धनन्यवाद ज्ञापन बिमल कु ओझा ने किया। इस अवसर पर अवधेश कुमार सत्यप्रकाश अमरदीप समद महेंद्र यादव चंद्रशेखर सिंह मंजित यादव दयानन्द सिंह रमेश शर्मा नीरज कुमार नवीन सिन्हा जयदेव चंद राणा कुंअर के इन सिंह राघवेंद्र कुमार सहित 30 पूर्व सैनिक उपस्थित रहे और अंत में भारतमाता की जय वन्दे मातरम जय हिंद और वीर नेताजी अमर रहें के नारे लगाए गए।
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