गम्हरिया
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नेपाल की दस सदस्यीय टीम द्वारा जिले के छोटा गम्हरिया, आदि क्षेत्रों का दौरा कर वहाँ केन्द्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान का जायजा लिया गया। इस दौरान उन्होंने इस योजना के तहत बनाए गए शौचालय का निरीक्षण किया तथा इसके निर्माण व उपयोग से होने वाले लाभों के संबंध में ग्रामीणों से जानकारी लिया। अपने दौरे के क्रम में छोटा गम्हरिया में ग्रामीणों के साथ बैठक कर उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस योजना को पड़ोसी राष्ट्र नेपाल ने भी प्रारंभ किया है। टीम के सदस्य यहाँ बनाए गए शौचालय व साफ-सफाई हेतु अपनाए जा रहे प्रक्रियाओं को वहाँ भी शुरु करने का प्रयास करेगी ताकि भारत की तरह नेपाल को भी शौच मुक्त व स्वच्छ नेपाल बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि अबतक नेपाल के 75 जिलों में से 33 जिलों में शौचालय का निर्माण कराया जा चुका है तथा शेष जिलों में अभियान जारी है। इस मौके पर उपस्थित आईडीएफ, सरायकेला के अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि झारखंड में छोटा गमहरिया प्रथम गं्राम पचायत खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया था। इस वर्ष अक्टूबर माह तक चांडिल और खरसावां प्रखंड को खुले में शौच मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया है। उन्होंने बताया कि झारखंड के 22 जिलों में से 18 जिलों को शौच मुक्त घोषित कर दिया गया है। उक्त टीम में डीडब्ल्यूएसएस, काठमांडू के उप महानिदेशक मनोज घीमारे, देवेन्द्र झा, चेत नारायण श्रेष्ठ, हरि प्रसाद तिम्रसिन्हा, किरण आचार्या, सुधा श्रेष्ठ, मदन माइका, राजेश मानन्धर, गोविन्द रोकया, गौरव चैधरी, विनोद शर्मा, काशीकांत ठाकुर तथा दीपक झा आदि शामिल थे। इस मौके पर पीएचईडी, सरायकेला के कार्यपालक अभियंता के अलावा जीएसएफ व आईडीएफ के जिला समन्वयक सुजय कुंडू, प्रखंड समन्वयक जय महतो, संजीव कुमार, मुखिया निरोला सरदार, उप मुखिया रेणु देवी, जल साहिया मनमती देवी, अनिता देवी, शांति हाँसदा, विकास कुमार समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
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