देखेे VIDEO रांची – NDRF की टीम नें बचाई बच्चे की जान

242
AD POST

रांची।

आज सुबह करीब साढ़े दस बजे एनडीआरएफ के बचावकर्मी जब  महा पर्व छठ की ड्यूटी के पश्चात घाटों से लौट रहे थे कि तभी किसी व्यक्ति ने बताया कि कांके डैम से कुछ बच्चों के चिल्लाने की आवाज़ आ रही है । शायद कोई डूब रहा है। निरीक्षक मोहमद कलामुद्दिन की टीम ने बिना समय गंवाए तुरंत गाड़ी को पीछे मोड़ा और कुछ ही मिनटों में घटना स्थल पर पहुंच गए। वहां पहुंचते ही आरक्षक गोताखोर  कार्तिक मांझी, आरक्षक बपन घोष और मुख्य आरक्षक नीरज कुमार डैम में कूद पड़े। कड़ी मशक्कत के बाद उन्होंने डूबते हुए बच्चे को खोज निकाला और तुरंत किनारे तक लेकर आए।उस समय तक बच्चा बेहोश हो चुका था और क्लीनिकल डैथ में जा चुका था। घाट पर  बाहर  आते ही बचावकर्मियों ने बच्चे को प्राथमिक उपचार दिया उसके पेट से पानी निकाला गया। हृदय और फेंफड़ों को पुनर्जीवित करने की तकनीक (सीपीआर) का सहारा लेते हुए बच्चे की सांसों को दुबारा वापस लाया गया और हृदय गति को पुनर्स्थापित किया गया। उसके बाद बच्चे को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया जहां से उसके हालत को देखते हुए उसे रिम्स में स्थनतरित कर दिया गया।

AD POST

यह घटना तब हुई जब एनडीआरएफ की टीम छठ पूजा की समाप्ति के बाद कांके डैम छठ घाटों को  खाली होने के उपरांत वहां से वापस लौट रही थी। इसी बीच पीछे से कुछ बच्चे डैम में स्नान करने कूद पड़े जिसमें से एक बच्चा जिसका नाम आदित्य लोहरा उम्र करीब 8 साल पिता का नाम सोमरा लोहर बताया जा रहा है और मिसिरगोंडा थाना गोंडा, कांके, रांची का रहने वाला है डूबने लगा। उसे डूबता देख बाकी बच्चे चिल्लाते हुए भाग खड़े हुए जिसकी आवाज़ को सून वहां मौजूद गार्ड ने और आमलोगों एनडीआरएफ के बचावकर्मी जो वहां से निकलने की तैयारी कर रहे थे उनको खबर दी और बच्चे की जान  बचाई जा सकी।

9 बटालियन के कमांडेंट  विजय सिन्हा ने बताया कि हमारे बचावकर्मी किसी भी परिस्थिति में त्वरित कार्यवाही करने के लिए प्रशिक्षित हैं। उन्होंने बिना समय गंवाए बिना किसी खास सुरक्षा का इंतजाम किए डैम में छलांग लगा कर अपने जान की परवाह किए बगैर बच्चे को गहरे पानी से ढूंढ निकाला । उनके द्वारा की गई सीपीआर की कार्यवाही बच्चे की सांसों को पुनर्जीवित करने में मददगार साबित हुई। इसके बगैर बच्चे को बचाना शायद संभव ना होता।उन्होंने टीम के सभी सदस्यों को बच्चे के अमूल्य जीवन को बचाने पर बधाई दी।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More