बिहार राज्य में बाढ़ आपदा से निपटने में एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीमें लगातार राहत एवं बचाव ऑपेरशन में मुस्तैदी से जुटी हुई है। बिहटा (पटना) में स्थित 9वीं बटालियन एनडीआरएफ के कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि गुरुवार को राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के माँग पर पश्चिम चम्पारण में तैनात दो टीमों में से एक टीम को सिवान जिला में तैनात किया गया है। गुरुवार को सारण, दरभंगा, गोपालगंज और दरभंगा जिले में बाढ़ बचाव ऑपेरशन चलाकर लगभग 400 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया गया इसमें बच्चे, महिलाएं, बीमार व्यक्ति और गर्भवती महिला शामिल है।
कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि अब तक बिहार राज्य के विभिन्न जिलों में रेस्क्यू ऑपेरशन चलाकर एनडीआरएफ के कार्मिकों ने आठ हजार से अधिक बाढ़ विभीषिका में फँसे लोगों को रेस्क्यू बोटों द्वारा निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया है। वर्तमान में एनडीआरएफ की कुल 21 टीमें राज्य के कुल 13 जिलों- गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चम्पारण, मुजफ्फरपुर, सारण, सिवान, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, पटना, अररिया, कटिहार और किशनगंज में अत्याधुनिक बाढ़ बचाव एवं संचार उपकरणों के साथ तैनात है।
कमान्डेंट विजय सिन्हा ने अलग-अलग घटनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि एनडीआरएफ के रेस्क्यू टीमों ने दो बच्चों का बहुमुल्य जान बचाया। पहला घटना बिहार राज्य के सारण जिलान्तर्गत बाढ़ प्रभावित पानापुर प्रखण्ड का है। बुधवार शाम को टीम कमान्डर शाहबाज़ आलम के नेतृत्व में एनडीआरएफ की एक टीम पानापुर प्रखण्ड में स्थानीय लोगों द्वारा मदद के लिए बुलाये जाने पर त्वरित कार्यवाही करते हुए जब घटनास्थल पर पहुँची तो मालूम चला कि नजदीक के बाढ़ प्रभावित खजूरी गाँव का रहने वाला एक 10 वर्षीय लड़का- अमन कुमार, पिता- मुन्ना सिंह स्नान करने के क्रम में बाढ़ के पानी में डूबने लगा था। बाद में नजर पड़ने पर वहाँ मौजूद स्थानीय लोगों ने उस लड़के को पानी से निकाल लिया। लेकिन इस दौरान अधिक पानी पी लेने की वजह से पीड़ित बच्चा बेहोश हो गया था। बाढ़ग्रस्त इलाका होने की वजह से नजदीक के अस्पताल में तुरन्त पहुंचाना स्थानीय लोगों के लिए काफी मुश्किल काम था।
मौके पर पहुँची एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने स्थिति को कुशलता से संभाला। सबसे पहले पीड़ित बच्चे को अस्पताल पूर्व चिकित्सा मुहैया करके उसके पेट से पानी निकाला। कुछ देर बाद बच्चा होश में आ गया। फिर बिना समय गँवाये एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू बोट की मदद से पीड़ित बच्चे को उसके परिजनों के साथ पानापुर प्रखण्ड में स्थित एक अस्पताल में पहुँचाया। जानकारी के मुताबिक पीड़ित बच्चा अमन का हालत ठीक है।
एक दुसरे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि बुधवार/गुरुवार की आधी रात को जिला प्रशासन से प्राप्त सूचना के आधार पर पूर्वी चम्पारण जिले में तैनात एनडीआरएफ टीम के बचावकर्मियों ने एक सर्पदंश 04 वर्षीय पीड़ित लड़का- अदनान, पिता- शमीम कौशर को बंजारिया प्रखण्ड में स्थित बाढ़ प्रभावित गाँव जाटवा से देर रात रेस्क्यू बोट से निकालकर सुरक्षित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बंजारिया पहुंचाने में मदद किया।
कमान्डेंट विजय सिन्हा ने आगे बताया कि एनडीआरएफ के हमारे बचावकर्मी मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर के रूप में प्रशिक्षित होते है ताकि जरूरत के अनुसार आपदा के दौरान घटनास्थल पर ही पीड़ित को अस्पताल पूर्व चिकित्सा मुहैया करके बहुमुल्य जान बचाया जा सके।
एनडीआरएफ का बिहार में बाढ़ राहत एवं बचाव ऑपेरशन जारी, आठ हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला
बिहार राज्य में बाढ़ आपदा से निपटने में एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीमें लगातार राहत एवं बचाव ऑपेरशन में मुस्तैदी से जुटी हुई है। बिहटा (पटना) में स्थित 9वीं बटालियन एनडीआरएफ के कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि गुरुवार को राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के माँग पर पश्चिम चम्पारण में तैनात दो टीमों में से एक टीम को सिवान जिला में तैनात किया गया है। गुरुवार को सारण, दरभंगा, गोपालगंज और दरभंगा जिले में बाढ़ बचाव ऑपेरशन चलाकर लगभग 400 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया गया इसमें बच्चे, महिलाएं, बीमार व्यक्ति और गर्भवती महिला शामिल है।
कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि अब तक बिहार राज्य के विभिन्न जिलों में रेस्क्यू ऑपेरशन चलाकर एनडीआरएफ के कार्मिकों ने आठ हजार से अधिक बाढ़ विभीषिका में फँसे लोगों को रेस्क्यू बोटों द्वारा निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया है। वर्तमान में एनडीआरएफ की कुल 21 टीमें राज्य के कुल 13 जिलों- गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चम्पारण, मुजफ्फरपुर, सारण, सिवान, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, पटना, अररिया, कटिहार और किशनगंज में अत्याधुनिक बाढ़ बचाव एवं संचार उपकरणों के साथ तैनात है।
कमान्डेंट विजय सिन्हा ने अलग-अलग घटनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि एनडीआरएफ के रेस्क्यू टीमों ने दो बच्चों का बहुमुल्य जान बचाया। पहला घटना बिहार राज्य के सारण जिलान्तर्गत बाढ़ प्रभावित पानापुर प्रखण्ड का है। बुधवार शाम को टीम कमान्डर शाहबाज़ आलम के नेतृत्व में एनडीआरएफ की एक टीम पानापुर प्रखण्ड में स्थानीय लोगों द्वारा मदद के लिए बुलाये जाने पर त्वरित कार्यवाही करते हुए जब घटनास्थल पर पहुँची तो मालूम चला कि नजदीक के बाढ़ प्रभावित खजूरी गाँव का रहने वाला एक 10 वर्षीय लड़का- अमन कुमार, पिता- मुन्ना सिंह स्नान करने के क्रम में बाढ़ के पानी में डूबने लगा था। बाद में नजर पड़ने पर वहाँ मौजूद स्थानीय लोगों ने उस लड़के को पानी से निकाल लिया। लेकिन इस दौरान अधिक पानी पी लेने की वजह से पीड़ित बच्चा बेहोश हो गया था। बाढ़ग्रस्त इलाका होने की वजह से नजदीक के अस्पताल में तुरन्त पहुंचाना स्थानीय लोगों के लिए काफी मुश्किल काम था।
मौके पर पहुँची एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने स्थिति को कुशलता से संभाला। सबसे पहले पीड़ित बच्चे को अस्पताल पूर्व चिकित्सा मुहैया करके उसके पेट से पानी निकाला। कुछ देर बाद बच्चा होश में आ गया। फिर बिना समय गँवाये एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू बोट की मदद से पीड़ित बच्चे को उसके परिजनों के साथ पानापुर प्रखण्ड में स्थित एक अस्पताल में पहुँचाया। जानकारी के मुताबिक पीड़ित बच्चा अमन का हालत ठीक है।
एक दुसरे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि बुधवार/गुरुवार की आधी रात को जिला प्रशासन से प्राप्त सूचना के आधार पर पूर्वी चम्पारण जिले में तैनात एनडीआरएफ टीम के बचावकर्मियों ने एक सर्पदंश 04 वर्षीय पीड़ित लड़का- अदनान, पिता- शमीम कौशर को बंजारिया प्रखण्ड में स्थित बाढ़ प्रभावित गाँव जाटवा से देर रात रेस्क्यू बोट से निकालकर सुरक्षित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बंजारिया पहुंचाने में मदद किया।
कमान्डेंट विजय सिन्हा ने आगे बताया कि एनडीआरएफ के हमारे बचावकर्मी मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर के रूप में प्रशिक्षित होते है ताकि जरूरत के अनुसार आपदा के दौरान घटनास्थल पर ही पीड़ित को अस्पताल पूर्व चिकित्सा मुहैया करके बहुमुल्य जान बचाया जा सके।
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