संजय कुमार सुमन
मधेपूरा।
जिले के चौसा में आज बुधवार को अहले सुबह एक नवजात शिशु को झारी में फेका देखा गया.कानो कान खबर मिलते ही देखने वालों की भीड़ जमा होने लगी.नवजात शिशु बालिका थी जिसे मृत अवस्था में फेंक दिया गया है.बच्चे को देख कर जितनी मुंह उतनी बात कही जा रही है. अनुमान के तौर पर बताया जाता है कि रात्रि में बच्चे का जन्म अस्पताल में हुआ है और बच्चा मृत पैदा होने पर बच्चे के परिजनों द्वारा फेंक दिया गया. लोग यह कहते नहीं अघाते कि जिनका बच्चा था कम से कम इसको अपने रीति रिवाज से अंतिम क्रिया करते. ऐसे माँ बाप का कभी भला नहीं हो सकता है.
बच्चे को देखने से साफ स्पष्ट है कि बच्चे का जन्म रात्रि में हुआ है चुकि नाभि पर स्टिक लगा है और बच्चा बिल्कुल स्वस्थ दिख रहा है.बच्चे के बगल में प्रसव वाला कपड़ा भी फेंका हुआ है और बच्चे झारी पर लिटाया हुआ है.अब सवाल यह उठ रहा है कि बच्चे की मौत किस परिस्थिति में हुआ.जब बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है तो इसकी मौत कैसे हुई. यह एक सवाल हर की जुबान पर तैर रही है.
इस बावत जब छानबीन की गई तो अस्पताल सूत्रों ने बताया कि रात्रि में चौसा अस्पताल में एक महिला ने मृत बच्चा को जन्म दिया था.हो सकता है घर जाने के क्रम में उसने अपने मृत बच्चे को फेंक दिया हो. उस महिला को कम से कम मानवता के नाम पर इस तरह बच्चे को नही फेंकना चाहिये.
