बीजेएनएन ब्यूरों ,नई दिल्ली,16 मार्च
2009 के आम चुनाव में 15वीं लोकसभा के लिए बड़ी संख्या में महिला उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा। कुल मिलाकर 556 महिलाओं में से 134 राष्ट्रीय दलों से संबंधित थीं जबकि 27 महिलाओं ने राज्य स्तरीय पार्टियों के टिकट पर चुनाव लड़ा। अन्य महिला उम्मीदवारों में 188 पंजीकृत लेकिन गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से संबद्ध थीं जबकि 207 महिलाओं ने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा।
2009 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 44 और कांग्रेस ने 43 महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा था। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली 23 महिलाएं और भारतीय जनता पार्टी से संबद्ध 13 महिलाओं ने चुनाव जीता।
अन्य राष्ट्रीय दलों में बहुजन समाज पार्टी ने 28 महिलाओं को टिकट दिया था जिनमें से केवल 4 महिलाएं चुनाव जीत पाईं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने 6 और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने 4 महिलाओं को टिकट दिए, इनमें से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के टिकट पर मात्र एक महिला चुनाव जीत पाई जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के टिकट पर कोई महिला चुनाव नहीं जीती। एनसीपी ने 7 महिला उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा, जिनमें से केवल दो लोकसभा में पहुंच पाईं।
राज्यवार देखें तो सबसे अधिक उत्तर प्रदेश (80 सीटें) में 100 महिलाओं ने चुनाव लड़ा और उनमें से 13 विजयी रहीं। महाराष्ट्र (48 सीटें) का स्थान दूसरा था जहां 55 महिलाएं चुनाव मैदान में उतरीं और केवल 3 जीत पाईं। बिहार (40 सीटें) से 46 महिलाओं ने चुनाव लड़ा और उनमें से मात्र 4 लोकसभा में पहुंचीं।
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