जमशेदपुर।
शहर के मैथिल प्रेमियो के लिए ललित नारायण मिश्र सांस्कृतिक एवं समाजिक कल्याण समिति के द्रारा अगामी 23 नवंबर से शहर के सिदगोड़ा स्थित सुमन मेमोरियल ट्रस्ट के हॉल में मिथिला लिपि सिखाने के उद्देश्य से चार दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यशाला में दरभंगा से चार प्रशिक्षक आ रहे है।यह कार्यशाल 23 नवंबर से शुरु होकर 26 नवंबर तक शाम के शाम के चार बजे से 7 बजे तक किया जाएगा।इस कार्यशाला का उदघाटन कोल्हान विश्व विधालय के कुलपति डॉ शुक्ला महंन्ती और समाजसेवा सह उधोगपति एस एन ठाकुर के द्रारा किया जाएगा।
इस सबंध में ललित नारायण मिश्र सांस्कृतिक एवं समाजिक कल्याण समितिके महासचिव शंकर ठाकुर ने बताया कि मिथिलाक्षर भारत कि प्राचिनतम लिपियों में से एक है बंग्ला , उड़िया ,असमी लिपियों के विकास में इसका महत्वपूर्ण योगदान है।वाहमी लिपि से विकसिक एवं प्राचीन लिपियों में पूर्व विदेह,तिरहुता आदि नामों से उल्लेखित इस लिपि में लाखों पाण्डुलिपियां उपलब्ध है जिसमें समाज , संस्कृति एवं ज्ञान-विज्ञान से संबंधित तथ्यों कि प्रचुरता है। वर्तमान में मैथिली साहित्य साहित्य श्रृजन के लिए इस लिपि की संरक्षण की आवश्यकता हैं। इस कारण भारत सरकार ने मिथिलाक्षऱ के संरक्षण संवर्ध्दण के लिए समिति का गठन भी किया है। उसी को देखते हुए ललित नारायण मिश्र सांस्कृतिक एवं समाजिक कल्याण समिति के द्रारा अगामी 23 नवंबर से 26 नवंबर तक सुमन मेमोरियल ट्रस्ट के हॉल में कार्यशाला का आयोदन किया जा रहा है। जिसमे दंरभगा से चार प्रशिक्षक आ रहे है। जिसमें डॉ हरेकृष्ण झा, के के झा एवं परमानन्द झा सम्मलित हैं।
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