* जेपीएससी में मैथिली को सम्मिलित करने की उठी मांग
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जमशेदपुर । गोलमुरी स्थित विद्यापति परिसर में मिथिला सांस्कृतिक परिषद एवं अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद के संयुक्त तत्वावधान में मैथिली सम्मान दिवस समारोह का आयोजन किया गया । उक्त समारोह का उद्घाटन मैथिली के प्रख्यात साहित्यकार श्याम दरिहरे ने दीप प्रज्वलित कर किया । जय जय भैरवी भगवती वंदना के साथ प्रारंभ सम्मान दिवस समारोह में अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद् के अध्यक्ष डॉ रवींद्र कुमार चौधरी ने स्वागत भाषण किया ।विषय प्रवेश कराते हुए बतौर मुख्य वक्ता कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलानुशासक डॉक्टर अशोक अविचल ने कहा कि काफी संघर्ष के बाद मैथिली को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल तो कर लिया गया लेकिन अभी भी राज्य स्तर पर जो सम्मान मिलना चाहिए वह नहीं मिल पाया है। इस अवसर पर मैथिली को जेपीएससी में शामिल करने की मांग राज्य सरकार से की गई। विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता सुधांशु कुमार ने भी संबोधित किया ।इस मौके पर मिथिला मैथिली की लिपि मिथिलाक्षर के विकास में विशिष्ट योगदान के लिए मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान के संरक्षक आभा मिश्र ,कुमारी अल्पना ,राघव मिश्र , विक्रम आदित्य सिंह एवं पंकज कुमार राय को सम्मानित किया गया। अध्यक्षीय संबोधन मिथिला सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष लक्ष्मण झा ने किया ।धन्यवाद ज्ञापन अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद के महासचिव पंकज कुमार झा ने किया तथा संचालन मिथिला सांस्कृतिक परिषद के महासचिव ललन चौधरी ने किया ।इस मौके पर ललित नारायण मिश्र सांस्कृतिक एवं सामाजिक कल्याण समिति के अध्यक्ष पीएन झा ,महासचिव शंकर पाठक, अशोक कुमार झा पंकज, अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद के संरक्षक अमलेश झा, भगवान झा, विभास चौधरी ,अन्नपूर्णा झा, नवकांत झा, शिशिर कुमार झा, प्रमोद कुमार झा , लड्डू झा, राजेश कुमार झा आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
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