राज कुमार झा
मधुबनी।
सदर अस्पताल मे चिकित्सक के कथित लापरवाही के कारण कल ऐक ठेला चालक महाराज गंज निवासी अख्तर की मौत होगई ! ईस मामले मे अख्तर के परिजन ईमरजेंसी डूयटी मे तैनात चिकित्सक और कर्मचारी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया एवं मामले की जाँच कर दोषियो के उपर कारवाई करने की मांग की लेकिन ईस पुरे प्रकरण मे सदर अस्पताल के DS.का जो रवैया मृतक के परिजनो के साथ रहा उस को लेकर DS के खिलाफ स्थानिये लोगो मे आक्रोश व्याप्त है ! घटना की सुचना पर मृतक को देखने आए DS ने परिजनो को ही फटकार लगाया और अनाप शनाप कहने लगे तो DS को वहाँ से कर्मचारीयो ने किसी तरह निकाल दिया वहाँ से आने के बाद DS ने नगर थाना को सदर अस्पताल मे तोड फोड और हंगामा होने की सुचना दी जब मधुबनी सदर अस्पताल मे चिकित्सक के कथित लापरवाही के कारण कल ऐक ठेला चालक महाराज गंज निवासी अख्तर की मौत होगई ! ईस मामले मे अख्तर के परिजन ईमरजेंसी डूयटी मे तैनात चिकित्सक और कर्मचारी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया एवं मामले की जाँच कर दोषियो के उपर कारवाई करने की मांग की लेकिन ईस पुरे प्रकरण मे सदर अस्पताल के DS.का जो रवैया मृतक के परिजनो के साथ रहा उस को लेकर DS के खिलाफ स्थानिये लोगो मे आक्रोश व्याप्त है ! घटना की सुचना पर मृतक को देखने आए DS ने परिजनो को ही फटकार लगाया और अनाप शनाप कहने लगे तो DS को वहाँ से कर्मचारीयो ने किसी तरह निकाल दिया वहाँ से आने के बाद DS ने नगर थाना को सदर अस्पताल मे तोड फोड और हंगामा होने की सुचना दी जब पुलिस दल बल के साथ अस्पताल पहुचीँ तो वहाँ किसी प्रकार का तोड़ फोड़ नही पाया तो पुलिस ने DS से तोड़ फोड़ के बाड़े मे पुछा तो वो खामोस हो गए DS दूरा पुलिस को गलत सुचना दिए जाने से अस्पताल परिसर मे मौजुद लोगो का आक्रोश और बढ गया स्थानिये लोगो मे DS के व्यवहार को लेकर भी आक्रोश है । ईस पुरे प्रकरण मे DS के रवैये के कारण कल मामला ईतना बढा की घटना स्थल पर सदर SDO शाहिद परवेज और सदर DSP कुमार ईन्द्र प्रकाश को आना पड़ा ! ईस पुरे प्रकरण मे सबसे बडा प्रश्न खड़ा होगया की सदर अस्पताल के ईमरजेंसी डूयटी मे तैनात कर्मचारीयो को कई बाड़ अख्तर के परिजनो के दूरा रोगी के हालत बिगड़ने की सुचना दिए जाने के बाद भी ईमरजेंसी डूयटी मे तैनात चिकित्सक को ईस की जानकारी कर्मचारीयो ने क्यों नहीं दी ? आखिर ईस के क्या कारण थे डूयटी पर कौन कर्मचारी थे जो रोगी के परिजन की बात को लगातार अनसुना करते रहे ये जाँच का विषय है ? दुसरी ओर सदर अस्पताल के DS का अस्पताल आने वाले रोगियो एवं उनके परिजनो के साथ व्यवहार क्यो गलत है ? DS के व्यवहार को लेकर कई बाड़ अस्पताल आने वाले रोगियो के अलावे चिकित्सक और कर्मचारी भी शिकायत करते है ! सदर अस्पताल मे गुट बाजी भी अन्दुरुनी चरम पर है और ईस गुट बाजी का कारण है DS के दूरा अपने चहेते चिकित्सक और कर्मचारी को डूयटी पर लगाने का DS अपने चहेते मधुबनी सदर अस्पताल मे चिकित्सक के कथित लापरवाही के कारण कल ऐक ठेला चालक महाराज गंज निवासी अख्तर की मौत होगई ! ईस मामले मे अख्तर के परिजन ईमरजेंसी डूयटी मे तैनात चिकित्सक और कर्मचारी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया एवं मामले की जाँच कर दोषियो के उपर कारवाई करने की मांग की लेकिन ईस पुरे प्रकरण मे सदर अस्पताल के DS.का जो रवैया मृतक के परिजनो के साथ रहा उस को लेकर DS के खिलाफ स्थानिये लोगो मे आक्रोश व्याप्त है ! घटना की सुचना पर मृतक को देखने आए DS ने परिजनो को ही फटकार लगाया और अनाप शनाप कहने लगे तो DS को वहाँ से कर्मचारीयो ने किसी तरह निकाल दिया वहाँ से आने के बाद DS ने नगर थाना को सदर अस्पताल मे तोड फोड और हंगामा होने की सुचना दी जब पुलिस दल बल के साथ अस्पताल पहुचीँ तो वहाँ किसी प्रकार का तोड़ फोड़ नही पाया तो पुलिस ने DS से तोड़ फोड़ के बाड़े मे पुछा तो वो खामोस हो गए DS दूरा पुलिस को गलत सुचना दिए जाने से अस्पताल परिसर मे मौजुद लोगो का आक्रोश और बढ गया स्थानिये लोगो मे DS के व्यवहार को लेकर भी आक्रोश है । ईस पुरे प्रकरण मे DS के रवैये के कारण कल मामला ईतना बढा की घटना स्थल पर सदर SDO शाहिद परवेज और सदर DSP कुमार ईन्द्र प्रकाश को आना पड़ा ! ईस पुरे प्रकरण मे सबसे बडा प्रश्न खड़ा होगया की सदर अस्पताल के ईमरजेंसी डूयटी मे तैनात कर्मचारीयो को कई बाड़ अख्तर के परिजनो के दूरा रोगी के हालत बिगड़ने की सुचना दिए जाने के बाद भी ईमरजेंसी डूयटी मे तैनात चिकित्सक को ईस की जानकारी कर्मचारीयो ने क्यों नहीं दी ? आखिर ईस के क्या कारण थे डूयटी पर कौन कर्मचारी थे जो रोगी के परिजन की बात को लगातार अनसुना करते रहे ये जाँच का विषय है ? दुसरी ओर सदर अस्पताल के DS का अस्पताल आने वाले रोगियो एवं उनके परिजनो के साथ व्यवहार क्यो गलत है ? DS के व्यवहार को लेकर कई बाड़ अस्पताल आने वाले रोगियो के अलावे चिकित्सक और कर्मचारी भी शिकायत करते है ! सदर अस्पताल मे गुट बाजी भी अन्दुरुनी चरम पर है और ईस गुट बाजी का कारण है DS के दूरा अपने चहेते चिकित्सक और कर्मचारी को डूयटी पर लगाने का DS अपने चहेते चिकित्सक और कर्मचारी को उसके मन मुताबिक जगहो पर डूयटी लगाते है और दुसरे को जहाँ जिस जगह मनमर्जी वहाँ डूयटी लगाते है जिसके वजह से सदर अस्पताल मे गुट बाजी है । और ईस का शिकार ईलाज के लिए आने वाले रोगी होते है ।.अब अख्तर के मौत मामले मे क्या कारवाई होगी ये देखने वाली बात होगी ! रिपोर्ट. अखलाक और कर्मचारी को उसके मन मुताबिक जगहो पर डूयटी लगाते है और दुसरे को जहाँ जिस जगह मनमर्जी वहाँ डूयटी लगाते है जिसके वजह से सदर अस्पताल मे गुट बाजी है । और ईस का शिकार ईलाज के लिए आने वाले रोगी होते है ।.अब अख्तर के मौत मामले मे क्या कारवाई होगी ये देखने वाली बात होगी ! रिपोर्ट. अखलाक दल बल के साथ अस्पताल पहुचीँ तो वहाँ किसी प्रकार का तोड़ फोड़ नही पाया तो पुलिस ने DS से तोड़ फोड़ के बाड़े मे पुछा तो वो खामोस हो गए DS दूरा पुलिस को गलत सुचना दिए जाने से अस्पताल परिसर मे मौजुद लोगो का आक्रोश और बढ गया स्थानिये लोगो मे DS के व्यवहार को लेकर भी आक्रोश है । ईस पुरे प्रकरण मे DS के रवैये के कारण कल मामला ईतना बढा की घटना स्थल पर सदर SDO शाहिद परवेज और सदर DSP कुमार ईन्द्र प्रकाश को आना पड़ा ! ईस पुरे प्रकरण मे सबसे बडा प्रश्न खड़ा होगया की सदर अस्पताल के ईमरजेंसी डूयटी मे तैनात कर्मचारीयो को कई बाड़ अख्तर के परिजनो के दूरा रोगी के हालत बिगड़ने की सुचना दिए जाने के बाद भी ईमरजेंसी डूयटी मे तैनात चिकित्सक को ईस की जानकारी कर्मचारीयो ने क्यों नहीं दी ? आखिर ईस के क्या कारण थे डूयटी पर कौन कर्मचारी थे जो रोगी के परिजन की बात को लगातार अनसुना करते रहे ये जाँच का विषय है ? दुसरी ओर सदर अस्पताल के DS का अस्पताल आने वाले रोगियो एवं उनके परिजनो के साथ व्यवहार क्यो गलत है ? DS के व्यवहार को लेकर कई बाड़ अस्पताल आने वाले रोगियो के अलावे चिकित्सक और कर्मचारी भी शिकायत करते है ! सदर अस्पताल मे गुट बाजी भी अन्दुरुनी चरम पर है और ईस गुट बाजी का कारण है DS के दूरा अपने चहेते चिकित्सक और कर्मचारी को डूयटी पर लगाने का DS अपने चहेते चिकित्सक और कर्मचारी को उसके मन मुताबिक जगहो पर डूयटी लगाते है और दुसरे को जहाँ जिस जगह मनमर्जी वहाँ डूयटी लगाते है जिसके वजह से सदर अस्पताल मे गुट बाजी है । और ईस का शिकार ईलाज के लिए आने वाले रोगी होते है ।.अब अख्तर के मौत मामले मे क्या कारवाई होगी ये देखने वाली बात होगी
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