संजय कुमार सुमन
मधेपुरा
आज गुरूवार को सुबह बैंक खुलते ही बैंकों में भारी भीड़ दिखने लगी। 500 और 1000 के नोट जमा करने के लिये लोग लम्बी लम्बी लाइन में खड़े थे। स्टेट बैंक चौसा एवं उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक चौसा में लोग नौ बजे सुबह सॆ ही बैंक के सामने खड़े थे। डाक घर में भीड़ थोड़ी कम थी। स्टेट बैंक में लोगों को एक फार्म भरना था। जिसे अनुरोध पत्र कहा जा रहा था। सबसे ऊपर बैंक का नाम फिर शाखा का नाम, बाद के कालम में आइडी प्रुफ के आप्शन में उसका नंबर इसके बाद बड़ी नोटों की संख्या भी लिखनी थी और कुल मात्रा भी अंत में नीचे हस्ताक्षर करना था। ग्रामीण बैंक में केवल आईडी प्रूफ़ सॆ ही रुपया जमा कराया जा रहा था। इससे उपभोक्ताओं को कम परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रायः सभी बैंकों में काफी भीड़ ही देखी गई। बताया जाता है कि 2.50 लाख से अधिक पैसा जमा करने वालों का पता चलेगा। यदि गड़बड़ी मिली तो धारा 270, ए के तहत टैक्स व पेनाल्टी वसूली जायेगी। मालूम हो कि 2.50 लाख रुपए की आय कर दायरे में नहीं आता। पर इससे अधिक की आय पर टैक्स लगेगा।
रुपया जमा करने को लेकर आज दिनभर बैंकों में जहाँ अफरातफरी का महौल देखा गया वही सड़क और दुकनों में वीरानी छाई रही। हर एक उपभोक्ता हज़ार या पाँच सौ के नोट लेकर दुकनों में सामन खरीदने पहुँचते थे और दुकानदार समान देने सॆ परहेज़ करते दिखे। जिससे उपभोक्ता परेशान दिखे। इसी तरह के हालात पेट्रोल पम्प पर भी देखने को मिला। जिनके पास पाँच सौ सॆ कम रुपये नही थे उन्हे पेट्रोल लेने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा लिहाजा उन्हे मजबूरन पाँच सौ के ही तेल भराने पड़े। हजार और पाँच सौ के नोट के चक्कर में यात्रियों को भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।ध
