जमशेदपुर।
जिला प्रशासन के द्रारा शुरु किया गया बागबेडा जलापुर्ति योजना के तहत वाटर ट्रीटमेंट प्लान्ट बनाने का मामला दिन पर दिन विवादो पर फंसता नजर आ रहा है। जिस दिन से यह योजना की शुरुआत हुई है उस दिन से यहा के ग्रामीण दो पक्षो बंट गए है।जहां एकपक्ष के ग्रामीण इस योजना के समर्थन मे है वही कुछ ग्रामीण इसके विरोध मे है। दोनो पक्ष के ग्रामीणो के द्रारा इस मामले को लेकर उपायुक्त को पत्र लिखा गया है।
वही मंगलवार को आदिवासी ग्राम सभा के लोग इस योजना के विरोध मे उपायुक्त कार्यलय पहुंचे। पांच सुत्री ज्ञापन उपायुक्त मे सौपा। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि बागबेड़ा जलापुर्ति योजना बिना ग्राम सभा की अनुमति के शुरु कर दी गई है। क्योकि जहां पर इस योजना की शुरुआत की गई है वहा पर आदिवासी समाज के लोग पुजा स्थल के साथ साथ शमशान घाट का उपयोग करते है। इसके अलावे 15 जुलाई को जब बागबेड़ा जलापुर्ति योजना के शुरुआत की गई तो उस दिन एस डी ओ सुरज कुमार के जब वहां के ग्रामीण मिलना चाह रहे थे तो एस डी ओ को आदेश पर वहां मौजुद पुलिस कर्मियो के द्वारा लाठी चार्ज किया गया था यही नही इस दौरान पुरुष के साथ साथ आदिवासी महिलाओ के साथ भी मारपीट और छेड़छाड़ की गई थी।
इसलिए इस योजना को रोका जाए और ग्राम सभा को बुलाकार अविलंब इस मामले पर निर्णय लिया जाए।
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