जमशेदपुर । देश भर के साथ शुक्रवार को सीबीआइ की टीम ने जादूगोड़ा स्थित यूरेनियम कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (यूसीआइएल) में छापेमारी की। सुबह करीब 11 बजे से शाम सात बजे तक टीम ने कार्मिक और भंडारण (स्टोर) विभाग में छानबीन की। मामला ओवरटाइम और टीए-डीए से जुड़ा हुआ है।इसी मामले में तीन माह पूर्व यूसीआइएल के एकाउंट्स आफिसर संजीव शर्मा समेत दो अन्य कर्मचारी निलंबित किया जा चुका है। इन पर ओवरटाइम में लाखों रुपये की हेराफेरी का आरोप है। इस मामले विभागीय जांच भी चल रही है। स्टोर विभाग में ओवरटाइम का मामला कुछ ज्यादा ही गंभीर था। छापेमारी में सीबीआइ के पांच लोग शामिल थे।
यूसीआइएल में सीबीआइ की यह पहली कार्रवाई नहीं है। पांच वर्ष पहले भी सीबीआइ ने यहां छापेमारी की थी, जिसमें पूर्व सीएमडी दिवाकर आचार्या समेत पांच अधिकारियों के खिलाफ केस हुआ था। सीबीआइ ने झारखंड हाईकोर्ट में इनके खिलाफ मुकदमा भी किया था, जो आज भी चल रहा है। इस मामले में इन सभी अधिकारियों को जमानत लेनी पड़ी थी। सीएमडी दिवाकर आचार्या सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जबकि अन्य अधिकारी जमानत लेकर नौकरी कर रहे हैं।
यह मामला टायर घोटाला से जुड़ा था। यूरेनियम खदान में आधारभूत संरचना के उपयोग में आने वाले वाहनों-मशीनों में हैवी टायर का इस्तेमाल होता है। इसके अलावा डंपर, डोजर, पोकलेन आदि के लिए भी टायर खरीद हुई थी। जिस समय यह मामला खुला था तब इसकी खूब चर्चा भी हुई थी। तभी से मामले में जांच की जा रही है। इसी मामले में आगे की कार्रवाई की कवायद चल रही है। इसी बाबत कार्रवाई की गई
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