
पारंपरिक तरीके से बारीडीह गुरुद्वारा में मना खालसा पंथ सृजना दिवस
जमशेदपुर: बारीडीह गुरुद्वारा में पारंपरिक तरीके से 321 वा खालसा पंथ सृजना दिवस मनाया गया. इस मौके पर 1699 की बैसाखी के आनंदपुर साहिब के उस ऐतिहासिक क्षण को याद किया जब गुरु गोविंद सिंह जी ने जाति, भाषा, क्षेत्र की दीवार को गिराते हुए एक मानवतावादी धर्म की स्थापना की. गुरु गोविंद सिंह जी ने अपने 5 शिष्यों को अमृत पान कराया तथा उनसे भी खुद अमृत ग्रहण किया. गुरुद्वारा कमेटी के महासचिव सुखविंदर सिंह ने ऐतिहासिक प्रकरण को याद करने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी महानगर अध्यक्ष दिनेश कुमार मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पवन अग्रवाल भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष एवं गुरुद्वारा कमेटी के चेयरमैन अमरजीत सिंह राजा तथा बारीडीह भाजपा मंडल अध्यक्ष संतोष ठाकुर को संगत की ओर से शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया.
इस मौके पर दिनेश कुमार ने कहा कि पूरे राष्ट्र को खालसा पंथ पर गर्व है. इस खालसा पंथ ने मुगलों की जड़े हिला दी और अंग्रेजों को देश से बाहर किया. देश की आजादी में कुर्बानी देने वाले में बड़ा हिस्सा सिखों का है और आज भी पूरा देश चैन की सांस लेता है क्योंकि हमारे सिख सैनिक गर्व के साथ सीमा पर डटे हुए हैं. उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री तथा संगठन की ओर से पूर्व की भांति परस्पर सहयोग जारी रखने का भरोसा दिया वहीं पवन अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास सिखों की भावनाओं के साथ हैं और वह उन्हें अपने परिवार का सदस्य समझते हैं.
इस मौके पर भाई मोहन सिंह जम्मू वाले तथा भाई प्रभजोत सिंह मनी के जत्थे को सिरोपा देकर सम्मानित किया गया.
इससे पहले श्री अखंड पाठ का भोग डाला गया और विश्व के मंगल- कल्याण की कामना अरदास में की गई. महासचिव सुखविंदर सिंह ने आय-व्यय का ब्यौरा रखा और कहा कि कोई भी सज्जन सात दिनों की नोटिस में आय-व्यय का पूरा ब्योरा कार्यालय से प्राप्त कर सकता है
दीवान में रंगरेटा महासभा के महासचिव हरजिंदर सिंह रिंकू, प्रितपाल सिंह मांमढ़ी, अवतार सिंह,मनजीत सिंह, कुलदीप सिंह बुगा, रविंदर सिंह, विजय गार्डन के सतनाम सिंह एवं दलबीर सिंह रंजीत सिंह अकरपुरा स्त्री सत्संग सभा की बीवी बलविंदर कौर सिख नौजवान सभा के प्रधान एवं हरविंदर सिंह कैरो को भी गुरु घर की ओर से सम्मानित किया गया. प्रधान जसपाल सिंह, सुरजीत सिंह, कैसियर खुशविंदर सिंह, पाल सिंह,सतनाम सिंह, जितेंद्र सिंह,जयजोत सिंह आदि ने अपनी सेवाएं दी
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