जमशेदपुर: फरवरी महीने का वेतन लैप्स होने से अल्पसंख्यक उच्च विद्यालयों के शिक्षकों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है. फिलहाल 95 प्रतिशत शिक्षक शिक्षिकाएं मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन शहर के मूल्यांकन केंद्र में कर रहे हैं.
सोमवार को जैसे ही इस कोटि के शिक्षक शिक्षिकाओं को जानकारी मिली कि फरवरी महीने का वेतन तकनीकी कारण से लैप्स हो गया है. इस तकनीकी खामी का कारण शिक्षकों को उठाना पड़ेगा. राशि एरिया में चली गई तो अल्पसंख्यक शिक्षकों को बकाया राशि प्राप्त करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
डीबीएमएस मूल्यांकन केंद्र में मूल्यांकन अवधि खत्म होने के बाद सभी गेट के बाहर एकत्रित हुए और तय हुआ कि कल मंगलवार को सांकेतिक रूप से विरोध दर्शाया जाएगा. वही शिक्षकों से कार्य बहिष्कार का भी आग्रह किया गया परंतु आचार संहिता लगे होने तथा कर्तव्य निर्वहन का वास्ता देकर शिक्षक शिक्षिकाओं ने सांकेतिक विरोध करने का फैसला किया.
शिक्षक शिक्षिकाओं ने अल्पसंख्यक शिक्षक संघ के महासचिव प्रभात कुमार सिंह एवं राज्य कमेटी के उपाध्यक्ष धीरेंद्र कुमार से भी संपर्क किया तथा मूल्यांकन कार्य बहिष्कार करने का सामूहिक फैसला देने का भी आग्रह किया.
शिक्षकों का कहना था कि फरवरी माह का वेतन अभी मिला नहीं है परंतु जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर वित्तीय वर्ष 2018-2019 आयकर राशि भी जमा करवा दी गई. जिला में ऐसा पहली बार हुआ है कि बिना फरवरी माह का वेतन लिए ही वित्तीय वर्ष का आयकर की पूरी राशि का भुगतान शिक्षकों ने किया है. इधर पूछे जाने पर प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि संघ की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी से भी इस बाबत मिलेगा और शिक्षकों की ओर से आपत्ती दर्ज करवाएगा. महासचिव ने शिक्षकों से चुनावी आचार संहिता के मद्देनजर विवेकपूर्ण कदम उठाने का भी आग्रह किया है. उनके अनुसार भावना की बजाय विवेक से इसका फैसला लिया जाना चाहिए और शिक्षक संघ निश्चय ही इस मामले को उचित फोरम में रखकर इसका निदान शीघ्र अति शीघ्र कराने का प्रयास करेगा
