जमशेदपुर – देश के हर वर्ग का ख़्याल-विधूत वरण महतो

76

जमशेदपुर।

सासंद विधुत वरण महतो ने इसे जनता का बजट बताया। उन्होने कहा कि आयकर की सीमा  ५ लाख बढ़ा कर मध्यम वर्ग विशेषकर नौकरीपेशा लोगों के हितो की रक्षा की गई है।ग्रेच्युटी में कर मुक्त राशि की सीमा दस लाख से बढ़ाकर बीस लाख करने निर्णय से विशेषकर टाटा स्टील सहित नीजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए बहुत बड़ी सौग़ात सरकार ने दिया है।किसान से लेकर कर्मचारियों तक एवं कृषि से लेकर उद्योग तक यह बजट एक ऐतिहासिक एवं दूरगामी परिवर्तन लानेवाला है। सांसद विद्युत बरन महतो ने वर्तमान बजट में कर्मचारियों को ग्रेच्युटी की करमुक्त राशि की सीमा दस लाख से बढ़ाकर बीस लाख करने के निर्णय को अत्यन्त लोककल्याणकारी बताया है।सासंद श्री महतो इसके लिए विशेष रूप से वित्तमंत्री को धन्यवाद दिया है।उल्लेखनीय है कि टाटा वर्कर्स युनियन के माँग पर सांसद श्री महतो पिछले लगभग छह माह से प्रयासरत थे।टाटा वर्कर्स युनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद अपने पदाधिकारियों सहित सांसद से मुलाक़ात कर यह माँग की थी कि सरकार ने ग्रेच्युटी एक्ट में संशोधन कर दिया है लेकिन इससे सम्बन्धित रूल (नियमावली ) में संशोधन नही किया है जिसके कारण इसका लाभ कर्मचारियों  को नही मिल पा रहा है। सांसद श्री महतो ने इस विषय को सर्वप्रथम केन्द्रीय श्रम एवं रोज़गार मंत्री संतोष गंगवार से मिलकर ज्ञापन सौंपकर समाधान की माँग  की।केन्द्रीय मंत्री ने कुछ समय पश्चात सांसद को सूचित किया कि उनके स्तर से कार्रवाई कर दी गई है अब वित्त विभाग को मामला देखना है।तत्पश्चात सांसद ने कम से कम तीन बार वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाक़ात की और वित्त मंत्रालय के अधिकारियों से सम्पर्क बनाए रखा।साथ ही साथ सांसद श्री महतो युनियन के अध्यक्ष रवि प्रसाद से लगातार  आवश्यक जानकारी हासिल करते रहे।अंतत: कल राष्ट्रपति के अभिभाषण के पश्चात सांसद ने विशेष रूप से पीयूष गोयल से मुलाक़ात कर यह मामला रखा।श्री गोयल ने कल ही सांसद को आश्वस्त किया कि वे लोग इस मामले पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रहे हैं।आज श्री गोयल ने अपने बजट भाषण में इसका उल्लेख किया।सांसद श्री महतो के प्रयास में टाटा स्टील सहित अनेक कम्पनी के हज़ारों मज़दूर लाभान्वित होगे।

 

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More