राजेस तिवारी
पटना |
शराबबंदी को लेकर लापरवाह पुलिस अधिकारियो पर कार्रवाई और उनसे
उपजे विवाद के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस अधिकारियो को लेकर बेहद
कड़ा बयान दिया है | नीतीश ने कहा है की जो थानेदार पद छोडना चाहते है वे स्वतंत्र
है | वे चाहे तो नोकरी भी छोड़ सकते है | लेकिन इस मुद्दे पर किसी तरह की ढ़िलाई का
सवाल नहीं है | मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह बात एसके मेमोरियल हॉल में कुशवाहा पंचायत प्रतिनिधि सम्मलेन समारोह को संबोधित करते हुए कही | कहा की वे बापू के सच्चे अनुयायी है और शराबबंदी का फैसला महात्मा गाँधी के प्रति उनकी श्रद्धांजलि है | उन्होंने शराबबंदी को लेकर कड़े कदमो का बचाव किया |
मुख्मंत्री ने कहा की जनता ने उन्हें सरकार चलाने के लिए चुना है । शराबबंदी लागु हो चुकी है और इस मामले में ढ़िलाई की अब कोई जगह नहीं है | कहा की कानून सब पर लागु होगा पुलिस अधिकारियो की और से धमकी आ रही है की प्रभारी नहीं रहना चाहते | मत रहिए थाना प्रभारी नोकरी भी छोड़ दीजिये लेकिन कानून है तो रहेगा |
आलोचना ही न करे ,सुझाव दे
नीतीश ने कहा की उन्होंने केवल कहने भर के लिए शराबबंदी नहीं लागु की है | जो विरोध कर रहे है वे सुझाव दे | क़ानून में किसी को अटपटापन लगता है तो वे सुझाव दे | विरोध करने के लिए विरोध न करे | उन्होंने कहा की कानून सबके लिए है | कोई नहीं छुटेगा | उन्होंने कहा की शराबबंदी के बाद समाज में आया बदलाव देखकर भी विरोधी इस और से आँखे मुदे है | नीतीश ने आंदोलन कर रहे थानाध्यझ की जमकर क्लास ली | कहा छोड़ दीजिए नोकरी ,कहा किसने है रोका किसने है ?लेकिन जो जिम्मेदारी है उसे तो उठाना ही पड़ेगा भागने से काम नहीं चलेगा |
कई संदेश दे गया नीतीश का बयान
नीतीश का यह बयान आंदोलनकारी पुलिस अधिकारियो के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है यह बयान एक तरह से महागठबंधन के सहयोगी राजद के लिए भी बड़ा संकेत है | पिछले दिनों राजद के राष्ट्रीय उपाध्यझ रघुवंश प्रसाद सिंह ने थानेदारो पर कार्रवाई को गलत बताते हुए इस कानून को वापस लेने को कहा था | निलंबन कार्रवाई के बाद से राज्य में पुलिस अधिकारी लगातार ज्ञापन के जरिए इसका विरोध कर रहे है | पिछले दिनों थानाप्रभारियों की और से पद छोड़ने की धमकी आने पर राजद के ही दूसरे नेता और वित्तमंत्री अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा था की नोकरी करनी है तो अनुशासन में रहना होगा | उन्होंने कहा की सरकार इस मुद्दे पर किसी तरह के समझौते के पझ में नहीं है | उन्होंने पुलिस कर्मियों के आंदोलन को अनुशासनहीनता बताया था |