जमशेदपुर।
छठ महापर्व में उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के लिए पूर्व विधायक सह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने सिदगोड़ा के सूर्यधाम में सेवा दिया। उन्होंने यहाँ व्रतियों और श्रद्धालुओं संग मिलकर लोक कल्याण और कोरोना महामारी के नाश का कामना किया। शनिवार भोर में पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी अपने माथे पर एक व्रती का दउरा उठाकर अर्घ्य अर्पित करने पहुँचें। उन्होंने सुबह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास संग व्रतियों की सेवा सुनिश्चित किया और उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करते हुए सर्वकल्याण और कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए प्रार्थना किया। माथे पर दउरा उठाकर छठ घाट पहुँचें कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि व्रतियों की सेवा से संतोष मिलता है। सामाजिक और जातिगत विभेद के विरुद्ध सशक्त और सर्वस्वीकार्य उदाहरण है छठ महापर्व। कहा कि अस्त होने के बाद उदय शास्वत और प्राकृतिक सत्य है, यही छठ महापर्व का संदेश है। छठ घाटों पर न पुरोहित हैं, न मंत्रोच्चार। व्रती और भगवान सूर्य के बीच कोई नहीं है। भक्त और भगवान का सीधा संवाद है छठ। चार दिन के इस महापर्व में व्रतियों ने 36 घंटे का निर्जला उपवास रखा है, जो छठ मईया की महिमा का बखान करता है। कहा कि छठ सभी जातियों और धर्मों को जोड़ने वाला महापर्व है और घाटों पर इसका नजारा साफ दिख रहा है। पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने इससे पूर्व शहर के विभिन्न छठ घाटों का भ्रमण कर श्रद्धालुओं और आयोजन समितियों से मुलाकात कर प्रशासनिक समन्वय के माध्यम से अत्यावश्यक सुविधाएं सुनिश्चित कराया। अल्प समय में घाटों पर चाक चौबंद व्यवस्था के लिए उन्होंने जिला उपायुक्त एवं एसएसपी के नेतृत्व में प्रशासनिक अमला, विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक संगठनों और आयोजन समितियों के प्रति आभार जताया।
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