
जामताड़ा:
झारखंड में उठे भाषाई विवाद को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों मुद्दे के समर्थकों के निशाने पर हैं। वहीं सरकार के मंत्री और विधायक में भी इस मुद्दे पर मत भिन्नता देखी जा रही है। सरकार में शामिल कांग्रेस पार्टी के मंत्री जहां मीडिया के समक्ष भोजपुरी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं वही उनके दल के विधायक उन्हें सभी भाषा का सम्मान करते हुए किसी का अपमान नहीं करने की नसीहत दे रहे हैं।

पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी ने भाषा के मुद्दे पर स्पष्ट कहा कि कांग्रेस पार्टी सभी भाषा का सम्मान करती है। पहले यह अखंड बिहार था। जो लोग यहां रह रहे थे उन्हें मालूम नहीं था कि झारखंड अलग राज्य होगा। तो क्या उन लोगों को यहां से भगा दिया जाएगा, कहां जाएंगे वे लोग। ऐसा नहीं होता है, हमें सभी भाषा का सम्मान करना चाहिए। वहीं स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा मीडिया के समक्ष भोजपुरी भाषा का प्रयोग करने पर उन्होंने नसीहत दिया कि वह भोजपुरी के एक्सपर्ट है। भाषा पर उनकी पकड़ है तो घर में बोले। मीडिया के समक्ष भाषा विवाद को जानते हुए इस तरह से भोजपुरी बोलकर किसी का मजाक नहीं उड़ाईए। हमे विवाद में नहीं विकास पर फोकस करना है। कहा कि मुख्यमंत्री से वे जो लोग विरोध कर रहे हैं उनकी वार्ता करा कर मामले को शांत करवाने का प्रयास करेंगे