Jamtara: अदालतों में बढ़ते मामलों को देखते हुए वैसे मामले जिनका आपसी तालमेल से समझौता किया जा सकता है, उसके निपटारे को लेकर राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जामताड़ा व्यावहार न्यायालय में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 5218 मामलों को रखा गया था।मामलों के निपटारे के लिए कुल 9 बेंच गठित की गई थी। जिसमें 5025 मामलों का निपटारा करते हुए 2 करोड़ 14 लाख 12 हजार 268 रुपए का कलेक्शन किया गया।
इसी कड़ी में जामताड़ा व्यवहार न्यायालय में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में शनिवार को तीन घरों को उजड़ने से बचाया गया। पति-पत्नी के आपसी विवाद का तीन मामला अदालत में विचाराधीन था। जिसे राष्ट्रीय लोक अदालत में फैमिली कोर्ट के न्यायाधीश तथा जिला एवं सत्र न्यायाधीश के प्रयास से आपसी सामंजस्य से विवाद का निपटारा कर दिया गये। साथ ही उन तीनों दंपतियों का रियूनियन करवाया गया। जो आज के राष्ट्रीय लोक अदालत में हुई कार्रवाई की सबसे बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रंजीत कुमार ने इसे एक बड़ी उपलब्धि मानते हुए आम लोगों को राष्ट्रीय लोक अदालत पर आस्था रखने को अपील की है। साथ ही प्राधिकार के सचिव को धन्यवाद दिया। इसके अलावा सड़क दुर्घटना के मामले का निपटारा किया गया। जिसमें इंश्योरेंस कंपनी से 16 लाख की राशि बतौर मुआवजा पीड़ित के परिजन को दिलवाई गई। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अभिनव ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत सरकार और आम जनता के बीच एक पुल का काम करती है। जो विवादों का आपसी सहमति से निपटारा भी करवाती है और योग्य लाभुकों को सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिलवाने में सहयोग करती है।

