जामताड़ा।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का जन्म भी एकीकृत बिहार में हीं हुआ है। वे किसी भी प्रकार के भाषा विवाद में ना पड़े बल्कि राज्य और जनता का कैसे विकास हो, जनता के हितों की रक्षा कैसे हो, सबको समान सम्मान रूप से कैसे मिले इस पर ध्यान दें। राज्य गठन के बाद पूर्व मुक्ष्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने डोमिसाइल लाया था उसका क्या हश्र हुआ सबको पता है। यह कहना था राजद के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव का। मौका था जामताड़ा स्थित पाटोदिया धर्मशाला में शुक्रवार को आयोजित सदस्यता अभियान समारोह का। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता 18 वर्षों के बाद जेएमएम, कांग्रेस,आरजेडी गठबंधन की सरकार को मौका दिया है। हमें राज्य की जनता की भलाई पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष्स सदस्यता अभियान में 25 लाख लोगों को जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया है।
हेमंत सोरेन को लेकर उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य एकीकृत बिहार के जब हिस्सा हुआ करता था, तब राजद के संस्थापक लालू प्रसाद यादव मुख्यमंत्री रहते हुए कभी भी संताली, मगही, भोजपुरी आदि भाषा में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी विवाद से बचना चाहिए। मौके पर उपस्थित पूर्व मंत्री सुरेश पासवान ने कहा कि झारखंड राज्य में 25 लाख लोगों को जोड़ने के लिए राजद के कार्यकर्ता, नेता जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि राजद पार्टी कभी भी वोट बैंक की राजनीति नहीं करती है। राजद कभी भी अवसरवादी राजनीति नहीं करती है। राजद के कर्मठ कार्यकर्ता व नेता कभी भी पार्टी से अलग नहीं हो सकता है। मौके पर राजद के पूर्व विधायक संजय यादव ने कहा कि सरकार दो र्ष तक कोरोना से जूझने में लगी रही। इस दौरान भी अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर काम किया। उसके वजह से रोजगार सृजन में कमी हुई। लेकिन अब सरकार इस दिशा में पहल कर रही है। इस बार काबजट आम आदमी, गरीबों के हित में रख कर तैयार किया गया है। मौके पर गिरजानंद सिंह, संजय प्रसाद यादव झारखंड प्रदेश के प्रदेश सचिव सतपाल यादव, अनिता यादव, जामताड़ा जिलाध्यक्ष दिनेश यादव, परमेश्वर यादव, विजय यादव,सहित अन्य मौजूद थे। मौके पर सैकड़ों की तादाद में लोगों ने आरजेडी की सदस्यता ग्रहण की।


