जामताड़ा।
सदर अस्पताल स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ और बेहतर करने का लगातार प्रयास जारी है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से सिजेरियन प्रसव पर भी विशेष फोकस किया जा रहा है। प्रसव के लिए आने वाले महिलाओं को जेएसवाई से सभी प्रकार की सुविधाएं निःशुल्क मुहैया कराया जा रहा है। जिसका परिणाम है कि लोगों में सरकारी अस्पताल के प्रति विश्वास बढ़ा है अक्टूबर महीने में अब तक पांच सीजेरियन प्रसव कराया गया है 13 अक्टूबर से 16 अक्टूबर के बीच में यह सफलता मिली है। सभी जच्चा और बच्चा स्वस्थ है।
बता दें कि पूर्व में प्रसव के लिए आने वाले महिलाओं को सदर अस्पताल से यह कह कर रेफर कर दिया जाता था कि यहां सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। या शिकायत मिलने के बाद अस्पताल उपाधीक्षक डॉ चंद्रशेखर आजाद ने इस मिथक को तोड़ने का प्रयास किया और इसके लिए उन्होंने निजी स्तर से मॉनिटरिंग करनी भी शुरू कर दी। जिसका परिणाम रहा कि अगस्त महीने से सिजेरियन प्रसव में सुधार आने लगा है। अगस्त में कुल 9 सिजेरियन प्रसव कराया गया। जबकि सितंबर महीने में सिजेरियन प्रसव का आंकड़ा 7 रहा है। वहीं अक्टूबर महीने में 13 अक्टूबर से 16 अक्टूबर के बीच में पांच सिजेरियन ऑपरेशन किया गया है। वही इस महीने 10 सिजेरियन ऑपरेशन का लक्ष्य रखा गया है।

वहीं मरीजों और उनके परिजनों में भी सरकारी व्यवस्था के प्रति विश्वास बढ़ा है। आमतौर पर निजी नर्सिंग होम में जहां 30000 रुपए से 45000 रुपए के बीच में सिजेरियन प्रसव का खर्च आता है। वही सदर अस्पताल में यह सुविधा निःशुल्क मिल रही है। यहां तक कि अगर बाहर से दवा खरीदनी भी पड़ रही है तो उसका भुगतान जननी सुरक्षा योजना से सदर अस्पताल ही कर रही है। इसके लिए मरीज को अपने जेब से पैसे खर्च करने नहीं पड़ रहे हैं।
बता दें कि सदर अस्पताल प्रबंधन ने ऐसी व्यवस्था कर दी है कि बाहर से जो दवा खरीदने की आवश्यकता होती है उसे हॉस्पिटल के फॉर्मेट पर भरकर दुकानदार को दिया जाता है। मरीज को वहां से ही निःशुल्क दवा मिल जाती है। उक्त दवा का भुगतान टेंडर रेट पर सदर अस्पताल प्रबंधन जेएसवाई योजना से करती है। वहीं व्यवस्था को सुधारने की दिशा में भी बेहतर प्रयास किया जा रहा है। अब समय सूची के अनुसार मरीजों का ब्लड प्रेशर, ऑक्सीजन लेवल इत्यादि की जांच हो रही है और आवश्यकता पड़ने पर डॉक्टर भी मरीज को अटेंड कर रहे हैं।
मरीज पूजा एवं उनके परिजन ने बताया कि उन्हें सरकारी अस्पताल में हर सुविधा निःशुल्क मिल रही है। उसके लिए उन्हें एक पैसा भी अतिरिक्त खर्च करना नहीं पड़ रहा है। उन्होंने व्यवस्था में सुधार होने की बात कही और सरकारी व्यवस्था पर भरोसा जताया।
कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक:
डॉ चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है। सिजेरियन में हम लोगों को लगातार सफलता मिल रही है। अक्टूबर महीना में कम से कम 10 सिजेरियन ऑपरेशन का लक्ष्य रखा गया है। अब तक पांच सफल सिजेरियन किया गया है। जिसमें मरीजो को एक पैसा भी खर्च करना नहीं पड़ा है। तमाम दवाई और सुविधाएं सरकार के स्तर पर निःशुल्क दी जा रही है, और इसकी सघन मॉनिटरिंग की जा रही है।