जामताड़ा।
अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य के साथ ही छठ पर्व का प्रथम अर्घ्य संपन्न हुआ। प्राप्त समाचार के अनुसार जामताड़ा नगर पंचायत के विभिन्न तालाबों के घाटों पर छठ व्रतियों ने परंपरागत विधि विधान से छठ का प्रथम अर्घ्य अस्ताचलगामी सूर्य को दिया। मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालु छठ घाटों में उमड़े। नगर पंचायत जामताड़ा द्वारा नगर अध्यक्ष रीना कुमारी के निर्देश एवं देखरेख में नगर के विभिन्न तालाबों में श्रद्धालुओं के लिए घाटों का निर्माण एवं विद्युत व्यवस्था के साथ साथ सफाई का समुचित प्रबंध किया गया है। लोगों द्वारा नगर पंचायत के व्यवस्थाओं से संतोष एवं प्रसन्नता व्यक्त किया।
विभिन्न घाटों का प्रबंधन का अवलोकन के क्रम में नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष विरेंद्र मंडल ने संवाददाताओं को नगर पंचायत के व्यवस्थाओं पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए नगर पंचायत के सभी कर्मचारियों का परिश्रम एवं नगर के नागरिकों के सहयोग का प्रशंसा किया। मंडल ने छठ के महत्व को समझाते हुए कहा कि दरअसल यह पर्व आस्था विश्वास का है। व्रती 36 घंटा निर्जला उपवास कर छठ पर्व के सभी विधान को श्रद्धा पूर्वक मनाने का परंपरा रहा है। जो आज भी कायम है। मूल रूप से छठ सूर्य का उपासना है, जो ऊर्जा का स्रोत है। भारतवर्ष में सूरज का उपासना सनातनी लोग किसी न किसी रूप में हर परिवार करते हैं।
मंडल ने कहा इसका वैश्विक महत्व है। हम सब सूर्य पुत्र देश के नागरिक हैं। सभी को सूर्य के उपासना में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। क्योंकि सूर्य ही ऊर्जा का मूल स्रोत है। दुनिया में भारत एकमात्र देश है जहां सूर्य का उपासना किया जाता है। इसका महत्व आज दुनिया को समझ में आ रहा है मंडल ने कहां दुनिया में बढ़ते भूमंडलीय तापमान से उत्पन्न पर्यावरण पर संकट से निवारण भी भारतीय परंपराओं में निहित है। दुनिया भर के पर्यावरणविद के नजर में जो कभी आलोचनाओं के केंद्र में था अब भारतीय परंपरा श्रद्धा के केंद्र में है
मंडल ने सभी से परंपराओं को मानने का आह्वान किया। मौके पर मंडल ने सभी को छठ का शुभकामना देते हुए सबके लिए मंगल कामना किया। ज्ञात हो कि मंडल लगातार 10 वर्षों तक जामताड़ा नगर पंचायत के अध्यक्ष रहे भाजपा से दो बार जामताड़ा विधानसभा से प्रत्याशी रहे है। इनके गहरी रूची परंपराओं में है। लगातार इन्हें लोगों की सेवा एवं सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यों में लगातार सक्रिय देखे जाते हैं। लोग भी इनके कार्यों एवं व्यवहार कुशलता के कायल हैं।
