Jamshedpur:स्त्री को शक्ति कहते हैं और पुरुष को सहनशक्ति
बहुभाषीय साहित्यिक संस्था सहयोग के होली मिलन समारोह में हास्य रस का हुआ संचारु
जमशेदपुर।
साहित्यिक संस्था सहयोग की ओर से तुलसी भवन में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें सदस्यों ने रंग-बिरंगे परिधानों के साथ सज धज कर और सिर पर ताज पहन कर रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए.इस दौरान हास्य रस का ऐसा संचार हुआ कि लोग हंसते हंसते लोट- पोट हो गए.
ममता कर्ण ने सदस्यों को अपनी रंगीन पंक्तियां भेंट स्वरूप दी और सबों को हास्य रस का स्वाद चखाया.उनके शब्दों में—
स्त्री को शक्ति कहते हैं
और पुरुष को सहनशक्ति..
यह सुनते ही उपस्थित लोग हंस पड़े.
आरती विपुला ने भोजपुरी हास्य रस में श्रोताओ को डुबो दिया. दीपिका बनर्जी ने होली के गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर आलोक देवदास ने अपनी बांग्ला कविताओं से दर्शकों को प्रभावित किया. सहयोग की सचिव विद्या तिवारी ने अतिथियों के स्वागत के बाद होली से संबंधित एक क्विज आरम्भ किया जिसका सबों ने बहुत आनंद उठाया.मंच संचालन डॉक्टर अनीता शर्मा ने चुटीले अंदाज में किया और सदस्यों की खूब तालियां बटोरी .रीना वेदगिरी ने राधा और कृष्ण की होली से संबंधित प्रेम कथा रोचक ढंग से सुनाई .
कार्यक्रम में डॉक्टर पुष्पा कुमारी, डाॅ. रागिनी भूषण, अन्नी अमृता, ममता आहूजा, पुष्पांजलि मिश्रा, पुष्पा उपाध्याय, नीता सागर, डाॅ.संजय कुमार, मामचंद अग्रवाल, सपन साव,शकुन्तला शर्मा, पुष्पा तिवारी सुनीता बेदी के अलावा अनेक साहित्य प्रेमी उपस्थित थे .सुधा गोयल ,माधुरी मिश्रा, वीणा नन्दिनी, अरुणा झा, जयश्री शिवकुमार, आदि ने भी अपनी रचनाएं सुनाई और कार्यक्रम को सफल बनाया.
कार्यक्रम की संयोजिका डॉक्टर जूही समर्पिता ने संस्था की तरफ से आभार व्यक्त किया.
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