जमशेदपुर। तीनों कृषि कानूनों को आखिरकार केंद्र की मोदी सरकार ने वापस ले ली। यह किसानों की बहुत बड़ी जीत है। मोदी सरकार को यह भय सताने लगी थी कि आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश उनके हाथ से निकल जाएगी शायद इसी कारण से केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानून आज वापस ले ली। जिस प्रकार पिछले दिनों देश में कई राज्यों में हुए उपचुनाव में लोकसभा और विधानसभा की सीटे भाजपा हार गई उसी कारणों से भाजपा आलाकमान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह डर सताने लगी थी। किसानों की एकजुटता और विपक्षी दलों का दबाव काम आया। उत्तर प्रदेश का माहौल आज भी योगी सरकार और भाजपा के खिलाफ है लोगों को लग रहा है कि वहां इस बार भाजपा की सरकार नहीं बनेगी। भाजपा ने जिस प्रकार किसानों को बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान चलाया और भाजपा नेताओं ने आपत्तिजनक बयान बाजी कर किसानों को अपमानित किया वह सब किसान भूलने वाले नहीं है। अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने एक बयान जारी कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की फटकार और पांच राज्यों में हुए उपचुनाव में भाजपा की करारी हार के बाद मोदी सरकार ने अपना तीनों कृषि कानून वापस ली है। उन्होंने कहा कि इस जीत के लिए देश के सभी किसानों को बहुत-बहुत बधाई।
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