Jamshedpur News -आज के युवक सराभा के बताये हुए मार्ग पर चलें, तो न केवल अपना, अपितु देश का मस्तक भी ऊँचा कर सकते हैं-सरयू राय

करतार सिंह सराभा क्रांतिकारी आदर्शवाद को एक नई दिशा देने वाले अग्रदूत थे-काले*

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करतार सिंह सराभा ने आजादी के लिए अपनी कुर्बानी दी, जिसको कभी भी भुलाया नहीं जा सकता-बृजभूषण सिंह*

*नमन संस्था ने दी करतार सिंह सराभा को श्रद्धांजलि*

Jamshedpur।

शहर की सामाजिक संस्था नमन के तत्वावधान में शहीद-ए-आजम करतार सिंह सराभा जी की पुण्यतिथि के अवसर पर महिलाओं,सैकड़ों कार्यकर्ताओं एवं कई गण्यमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में स्थानीय विधायक सरयू राय ने कहा कि भारत माता के अमर सपूत क्रांतिकारी
करतार सिंह सराभा प्रसिद्ध क्रान्तिकारियों में से एक थे। उन्हें अपने शौर्य, साहस, त्याग एवं बलिदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार महाभारत के युद्ध में वीर अभिमन्यु ने किशोरावस्था में ही कर्तव्य का पालन करते हुए मृत्यु का आलिंगन किया था, उसी प्रकार सराभा ने भी अभिमन्यु की भाँति केवल उन्नीस वर्ष की आयु में ही हँसते-हँसते देश के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। उनके शौर्य एवं बलिदान की मार्मिक गाथा आज भी भारतीयों को प्रेरणा देती है और देती रहेगी। यदि आज के युवक सराभा के बताये हुए मार्ग पर चलें, तो न केवल अपना, अपितु देश का मस्तक भी ऊँचा कर सकते हैं।
कार्यक्रम के दौरान नमन संस्थापक अमरप्रीत सिंह काले ने कहा कि करतार सिंह सराभा क्रांतिकारी आदर्शवाद को एक नई दिशा देने वाले अग्रदूत थे ।करतार सिंह सराभा जैसे क्रांतिकारी क्रांति की एक नई परिभाषा दे गए। हमें आजादी मिल भी गई लेकिन हमने ऐसी महान शहादतों का कर्ज चुकाना नहीं सीखा। आज जब हम कहीं से सुनते हैं कि आजादी हमें भीख में मिली है तो ऐसे लोगों को बताना होगा कि राष्ट्रीय स्वाभिमान के साथ में शब्दों के साथ में छेड़छाड़ ना हो और ऐसे लोगों को दोबारा ऐसे शब्दों को कहने की हिम्मत न हो।

इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार बृजभूषण सिंह ने कहा कि करतार सिंह सराभा ने भारत की आजादी के लिए अपनी कुर्बानी दी, जिसको कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि देश को जब भी जरूरत पड़ी है, पंजाब की धरती ने ऐसे सपूत देश की रक्षा के लिए पैदा किये हैं। उन्होंने कहा कि करतार सिंह सराभा का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणादायक है।

इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कुलविंदर सिंह पन्नू, सुरजीत सिंह चित्ते, सुखविंदर सिंह राजू, त्रिलोक सिंह, गुरजीत सिंह शंटी, हरजिंदर सिंह निक्के, सुखविंदर सिंह निक्कू, जसवंत सिंह भोमा, डॉ कुलवंत सिंह, सतिंदर सिंह रोमी, देवेंद्र सिंह मारवाह, जोगिंदर सिंह जोगी, कुलदीप सिंह, गुरचरण सिंह बिल्ला, महेंद्र सिंह, मिष्टु सोना, मिनी सिंह, पुतुल सिंह, आरती मुखी, रेनू गुप्ता, सीमा दास, किरण सिंह, सीमा गोस्वामी, सीता सिंह, लख्खी कोर, मोनी, दामिनी, शारदा शर्मा, डॉली,उपेंद्र कुमार, संदीप सिंह, महेश मिश्रा, प्रिंस सिंह ,विभास मजूमदार,दीपू कुमार , विनोद उमंग, किशोर ओझा, शेखर मुखी, सागर मुखी,बिट्टू मुखी, विक्रम सिंह,पिंटू साव,सरबजीत सिंह टोबी, विकी तारवे,सुरज चौबे,राज सिंह,संतोष यादव,कार्तिक जुमानी,राजु कुमार,रामा राव,अनुज मिश्रा,रंजीत सोनी, शुरू पात्रो,संजय सिंह एवं अन्य सैकड़ों लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

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