Jamshedpur Today News:विश्व पर्यावरण दिवस पर जिला जज ने व्यवहार न्यायालय परिसर में पेड़ लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया
जमशेदपुर । पादप सब हैं मित्र हमारे इनका भी है जीवन , इनसे ही होती है वर्षा , मिलता हमें ऑक्सीजन । इस युक्ति की सार्थकता सिद्ध करते हुए आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा ने रविवार को व्यवहार न्यायालय परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया । इस दौरान उन्होंने अपने संदेश में कहा कि पृथ्वी पर जीवन संचार के लिए पर्यावरण को शुद्ध रखना बहुत ही जरूरी है । इसके लिए हर व्यक्ति को वृक्षारोपण पर विशेष बल देते हुए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है । उन्होंने प्रत्येक नागरिक को जीवन में कम से कम 5 पेड़ निश्चित रूप से लगाने की सलाह दिया । ताकि लोगों में पर्यावरण को लेकर जागरुकता पैदा की जा सके। मौके पर उपस्थित डालसा सचिव के प्रभारी न्यायाधीश मयंक मलयाज एवं जज इंचार्य उत्कर्ष जैन ने भी पर्यावरण दिवस पर पेड़ लगाये और पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए लोगों को अधिक से अधिक पौधारोपण करने के लिए प्रेरित किया । पौधारोपण कार्यक्रम के दौरान कोर्ट के नाजीर अनुप कुमार , डालसा के संजय कुमार , पीएलवी नागेन्द्र कुमार , आशीष प्रजापति , सदानंद महतो सहित अन्य लोग मौजूद थे ।
न्यायिक दंडाधिकारी ने ओल्ड एज होम में किया पौधारोपण
सिविल कोर्ट जमशेदपुर के प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी नुमान खान आजम एवं मोनिका श्रीवास्तव ने बाराद्वारी स्थित ओल्ड एज होम में पर्यावरण दिवस पर पेड़ लगाये और वहां रह रहे बृद्ध लोगों के बेहतर जीवन जीने की शुभकामनाएं दी । इस दौरान ओल्ड एज होम में पर्यावरण दिवस पर एक जागरूकता कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसमें वहां रह रहे सभी वृद्ध महिला पुरुषों ने सक्रिय रूप से भाग लिया । जागरूकता कार्यक्रम में न्यायायिक दंडाधिकारी ने विश्व पर्यावरण दिवस की महत्ता के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि जमशेदपुर सहित देश के कई बड़े शहरों में रहने वाले लोग पिछले कई समय से बढ़े हुए तापमान और प्रदूषित हवा में जी रहे हैं। आज तापमान में तेज़ी से बदलाव का असर सिर्फ इंसानों पर ही नहीं पृथ्वी पर रह रहे सभी जीवों के लिए बड़ा ख़तरा बन गया है। यही वजह है कि कई जीव-जन्तू विलुप्त हो रहे हैं। साथ ही लोग भी सांस से जुड़े कई तरह के रोगों से लेकर कैंसर जैसी कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं । इस गम्भीर समस्या को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से सन् 1972 में वैश्विक स्तरपर पर्यावरण प्रदूषण की समस्या और चिंता की वजह से विश्व पर्यावरण दिवस मनाने के लिए एक वृहत सम्मेलन आयोजित किया गया था , जिसमें 119 देश शामिल हुए थे। इसी सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की नींव रखी गयी और हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाए जाने का संकल्प लिया गया। तभी से ही हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है । न्यायिक दंडाधिकारी ने कहा कि सिर्फ दिवस मनाने से कुछ नही होगा इसके लिए जनजागरूकता अभियान चलाकर अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए लोगों को प्रेरित करने की जरूरत है । कार्यक्रम का संचालन ओल्ड एज होम के संरक्षक शंभु जी ने किया । इस मौके पर डालसा के पीएलवी सुनीता कुमारी , नागेन्द्र कुमार , जयंत कुमार , आशीष प्रजापति , माधवी कुमारी , सदानंद महतो आदि मौजूद रहे ।
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