*नेताजी में सैन्य और आध्यात्मिकता दोनों का संतुलन बराबर था – प्राउटिष्ट यूनिवर्सल*
*”एक सच्चे सैनिक को सैन्य और आध्यात्मिक दोनों ही प्रशिक्षण की जरूरत होती है”*
*नेताजी में सैन्य और आध्यात्मिकता कूट – कूट कर भरा था*
जमशेदपुर ।
प्राउटिष्ट यूनिवर्सल, जमशेदपुर की ओर से आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर आम बागान के एक छोर से एक पदयात्रा निकाली गई जो आम बागान नेताजी प्रतिमा पहुंचकर बारी बारी से नेताजी सुभाष चंद्रबोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया सभा को संबोधित करते हुए प्राउटिष्ट लाल बिहारी आनंद एवं गंगाधर दत्ता ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंग्रेजों से आर्थिक आजादी चाहते थे, राजनीतिक आजादी तो मिली परंतु आर्थिक आजादी आज तक नहीं मिल पाई, उन्होंने कहा कि नेताजी के सोच और विचार उनके परिकल्पना पर चलने की जरूरत है नेताजी सुभाष चंद्र बोस का मानना था *”एक सच्चे सैनिक को सैन्य और आध्यात्मिक दोनों ही प्रशिक्षण की जरूरत होती है”*
नेताजी में सैन्य और आध्यात्मिकता कूट – कूट कर भरा था
इस कार्यक्रम में धीरज देव सुधीर सिंह, लाल बिहारी आनंद, देवव्रत दत्ता सुनील सिंह, सुनील आनंद आशा देवी, बेला महतो तथा अन्य लोगों का भी सहयोग रहा
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