Jamshedpur Today News:महिला उत्थान के लिए संपूर्ण समाज को संकल्पित होने का दिन है : काले

अर्पण ने महिला दिवस पर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का लिया संकल्प

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तीन अलग अलग जरूरतमंद परिवारों में बेटी की शादी के लिए राशन सामग्री उपलब्ध कराई*

जमशेदपुर।

दुनिया के कल्याण के लिए कोई अवसर नहीं है जब तक कि महिला की स्थिति में सुधार नहीं हो। जिस प्रकार पंछी को एक पंख से उड़ना संभव नहीं है ठीक उसी प्रकार पुरुषों की सकारात्मक सहयोग के बिना महिला सशक्तीकरण अधूरी है। आज समाज और देश के उत्थान में महिलाओं का महत्व शब्दों में वर्णित करना आसान नहीं है। आज से पूर्व का इतिहास इनके कठिन मेहनत और काबिलियत के दम पर स्वर्ण अक्षरों में सुशोभित कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शहर की सामाजिक संस्था अर्पण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर अभियान का संकल्प लेकर आर्थिक तौर पर कमजोर महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से रुई से दिया की बाती बनाने वाला मशीन उपलब्ध कराया गया। साथ ही इस मौके पर तीन अलग-अलग जरुरतमंद परिवारों में बेटी की शादी हेतु राशन सामग्री उपलब्ध कराई गई।

इस मौके पर अर्पण के मुख्य संरक्षक अमरप्रीत सिंह काले ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की आप सभी को अशेष शुभकामनाएं। अर्पण परिवार की अच्छी पहल है आज महिलाएं समाज के साथ राष्ट्र निर्माण में भी अहम भूमिका निभा रही हैं। आइये, आज महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लें और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करें। महिलाएं समाज का आधार और परिवार एवं राष्ट्र की प्रेरणा-स्रोत होती हैं। आइए, हम सब मिलकर एक ऐसे नए भारत का निर्माण करें जिसमें हर महिला और बेटी को समान अवसर सुनिश्चित हो सके। आज संपूर्ण समाज को संकल्पित होने का दिन है कि हम हमेशा महिलाओं का सम्मान करें उन्हें आगे बढ़ने को प्रेरित और सहयोग करते रहें।

इस अवसर पर मार्गदर्शक के तौर पर संतलाल पाठक, रामकेवल मिश्रा, अखिलेश पांडे, उपेन्द्र कुमार मौजूद थे एवं इस नेक कार्य को सफल बनाने में संस्था के जूगुन पांडे, महेश मिश्रा, प्रिंस सिंह, बिभाष मजुमदार, घनश्याम भिरभरिया, विक्रम ठाकुर, दीपक महतो, रितिका श्रीवास्तव, कोमल, संतोष यादव, मनीष चौबे, अभिषेक पांडे, बलबीर मंडल, शेखर मुखी, अमृक सिंह, विकास गुप्ता, प्रशांत कुमार, मनोज हलदर, राजू कुमार, धीरज चौधरी, विक्की तारवे, शुभम लाला, सनोज चंद्र, विवेक कांमत, सरबजीत सिंह टोबी, सूरज चौबे, बिट्टू मुखी, कार्तिक मुखी,नीरज दुबे, सूरज साह, रामा राव, अनूज मिश्रा, विवेक मिश्रा एवं अन्य सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा

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