JAMSHEDPUR TODAY NEWS :जनहित के कार्यों को छोड़ हेमंत सरकार सिर्फ अपना चेहरा चमकाने में लगी है, सरकार की विदाई तय: जयंत सिन्हा
आदिवासी-मूलवासी की बात करने वाले हेमंत सोरेन सरकार में आदिवासी समाज पर हुए सबसे अधिक अत्याचार, ऐसा कोई सगा नही जिसे हेमंत सोरेन ने ठगा नही: रघुवर दास
जमशेदपुर। हेमंत सरकार की वादाखिलाफी, भ्रष्टाचार, अराजकता, तुष्टिकरण, महिला उत्पीड़न, ध्वस्त विधि
और स्वास्थ्य व्यवस्था, और खनिज संपदाओं की खुली लूट जैसे मुद्दे को लेकर सूबे की मुख्य विपक्षी दल
भाजपा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को भाजपा जमशेदपुर महानगर के नेतृत्व में
‘हेमंत हटाओ- झारखंड बचाओ‘ अभियान के तहत हजारों कार्यकर्ताओं व आमजनों ने सड़क पर उतरकर
हेमंत सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। जनाक्रोश प्रदर्शन में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास, हजारीबाग के सांसद सह पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत सिन्हा, जमशेदपुर के
सांसद विद्युत वरण महतो, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी, पूर्व सांसद आभा महतो, पूर्व विधायक
मेनका सरदार, पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू, प्रदेश मंत्री सह जिला प्रभारी सुबोध सिंह गुड्डू मुख्य रूप से
शामिल हुए और कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया।
नेताजी सुभाष मैदान, आम बागान से जुलूस की शक्ल में निकले हज़ारों कार्यकर्ता व आमजन: साकची स्थित नेताजी सुभाष मैदान, आम बागान से हजारों कार्यकर्ताओं व आमजनों ने ढोल-नगाड़े, हाथों में पोस्टर, तख्ती एवं हेमंत हटाओ-झारखंड बचाओ के नारों वाली बंडी लेकर पैदल मार्च करते हुए उपायुक्त कार्यालय कूच किया। पैदल मार्च में पारंपरिक परिधान में जनजातीय समाज के दर्जनों युवक -युवतियां शामिल हुई। जनाक्रोश मार्च नेताजी सुभाष मैदान, आम बागान निकलकर से मस्जिद रोड होते हुए साकची मुख्य गोलचक्कर के रास्ते, बंगाल क्लब होते हुए जुबिली पार्क गोलचक्कर से उपायुक्त कार्यालय पहुँची। जब जनाक्रोश मार्च साकची मुख्य गोलचक्कर पहुंचा तब पूरा क्षेत्र धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा अमर रहे के जयघोष से गुंजायमान रहा। जनाक्रोश मार्च में शामिल सभी कार्यकर्ता धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को नमन कर आगे बढ़े। उपायुक्त कार्यालय पर पहुंचकर जनाक्रोश मार्च सभा में तब्दील हो गयी।
जनाक्रोश प्रदर्शन को संबोधित करते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कहा कि झारखंड में सरेआम लूट, हत्या व दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। पिछले तीन वर्ष के शासन में हेमंत सरकार ने राज्य का विनाश कर दिया है। आदिवासी मूलवासी की बात करने वाली हेमंत सरकार में सबसे अधिक अत्याचार आदिवासी समाज पर हुआ है। आदिवासियों के नाम पर राजनीति करने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के शासन में चाईबासा और गुमला में आदिवासियों का नरसंहार हुआ। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट में संथाल हूल के महानायक सिद्धो-कान्हू के छठे वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या का मामला हो या साहेबगंज की ईमानदार पुलिस पदाधिकारी रूपा तिर्की की संदेहास्पद मौत। ऐसे अनेकों मामले ने हेमंत सोरेन सरकार के आदिवासी हितैषी होने की वास्तिवकता उजागर की है। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हेमंत सोरेन सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार गठन के बाद हेमंत सोरेन के गलत नीति और अकर्मण्यता से जमशेदपुर ही नही बल्कि राज्य के सवा तीन करोड जनता आक्रोशित हैं। पिछले तीन वर्ष के शासन में राज्य का युवा, महिला, किसान, उधोगपति, मजदूर सभी त्रस्त हैं। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है और प्रदेश में एक परिवार का शासन है। आज सरकार में गरीब जनता की आवाज सुनने वाला कोई नही है। जमशेदपुर सहित पूरे प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति किसी से छुपी नही है। कानून व्यवस्था का यह आलम है कि छोटी बच्चियों के साथ हैवानियत की घटनाएं हो रही है। श्री दास ने कहा कि हेमंत सोरेन ने अपने चुनावी वादों में युवा, महिला, किसान, विधवा माताओं एवं बहनों, दिव्यांगजनों, पारा शिक्षक से कई वादे किए। परंतु सरकार बनते ही जनता की चिंता छोड़कर हेमंत सोरेन अपने और अपने परिवार की चिंता में लग गए। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई सगा नही जिसे हेमंत सोरेन ने ठगा नही। यह ठग सरकार की विदाई अब तय है। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री कही फंसते हैं तो उन्हें आदिवासी और मूलवासी समाज याद आते हैं। मुख्यमंत्री समेत पूरी सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खुद पत्थर खनन का लीज लिया तो अपनी पत्नी, प्रेस सलाहकार और अपने विधायक प्रतिनिधि को पत्थर खनन का लीज आवंटित किया। उनके विधायक प्रतिनिधि जेल में हैं लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को उन्हें विधायक प्रतिनिधि के पद से हटाने की हिम्मत नही है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को डर है कि ऐसा करने से उनकी पोल ना खुल जाए। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि तीन वर्ष में हेमंत सोरेन सरकार ने झारखंड को लुटखण्ड बना दिया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गलतफहमी नही रहनी चाहिए कि वे राजा हैं। राज्य में राजतंत्र नही लोकतंत्र का शासन है। मोदी सरकार में झारखंड को लूटने वाले और जनता की गाढ़ी कमाई से अपने परिवार की तिजौरी भरने वाले सोरेन परिवार और उनके प्रियजनों को एक-एक पाई का हिसाब देना होगा। श्री दास ने जमशेदपुर की जनता से आह्वान करते हुए कहा कि लूट और झूठ की पर्याय बन चुकी हेमंत सरकार के खिलाफ उलगुलान करने का समय आ गया है। ऐसी अक्षम और ठग मुख्यमंत्री को सबक सिखाने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सदैव मूल्यों और विकास पर आधारित राजनीति की है। भाजपा ही झारखंड की जन्मदाता है, इसलिए राज्य को सजाने और संवारने की जिम्मेदारी भी भाजपा कार्यकर्ताओं के कंधों पर है।
जनाक्रोश प्रदर्शन को संबोधित करते हुए हजारीबाग के सांसद सह पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार हर मोर्चे पर विफल है, हर वर्ग से सरकार ने छल किया है। राज्य में आए दिन हो रहे अपराध, लूट, बहन-बेटियों पर हो रहे अत्याचार, परीक्षाओं में धांधली, लंबित नियुक्ति के मामले, बदहाल स्वास्थ्य सुविधा को लेकर भाजपा ने हमेशा ही सरकार को जगाने का काम किया है। परंतु अब भाजपा कार्यकर्ता अब चुप नहीं बैठेगा। सरकार को हर स्तर पर चेताने के बाद अब उन्हें खदेड़ना ही एकमात्र रास्ता बचा है। जनता से किए गए हर वादे पर सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है, आज झारखंड प्रदेश क्राइम कैपिटल बन चुका है। उन्होंने कहा कि इतने वर्षों से लंबित एनएच 33 का कार्य भी केंद्र की राशि से पूरी हुई। तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास और केंद्र सरकार के प्रयासों से एनएच 33 का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ। श्री सिन्हा ने कहा कि जनहित के कार्यों को छोड़कर हेमंत सरकार सिर्फ अपना चहेरा चमकने में लगी है। मुख्यमंत्री समेत पूरी कैबिनेट जनता के भलाई से को छोड़कर मलाई का हिसाब करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार के भ्रष्ट आचरण और वादाखिलाफी से हेमंत सरकार से जनता का विश्वास उठ चुका है।
सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार की कथनी और करनी में जमीन-आसमान का अंतर है। राज्य के विकास कार्यों को भूलकर हेमंत सरकार अपने और अपने परिवार के विकास में लगी हुई है। तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास एवं तत्कालीन नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा के संग धालभूमगढ़ एयरपोर्ट निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। केंद्र सरकार द्वारा ‘उड़ान‘ योजना के तहत 100 करोड़ रुपये भी इस हेतु आवंटित किए गए। एयरपोर्ट निर्माण में केंद्र सरकार के द्वारा सभी कार्यों को पूरा करने लेने के बाद हेमंत सरकार ने इसके निर्माण में अबतक रोड़े अटकाने का कार्य किया है। ससांसद विद्युत महतो ने कहा कि झारखंड में राज्य के किसी योजना का उद्घाटन नही हो रहा हैं। केवल भारत सरकार की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन हो रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ही गरीब और विकास को समर्पित सरकार है।
पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी ने कहा कि सड़क पर जनता का उतरा यह जनसैलाब संदेश दे रहा है कि हेमंत सरकार जा रही है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में राज्य के खनिज सम्पदाओं की खुली लूट मची है। झारखंड की हालत बद से बदतर होती जा रही है। लेकिन हेमंत सोरेन और उनके विधायक कान में तेल डालकर सो रही है। पूरे प्रदेश में विकास कार्य पूरी तरह से ठप्प हैं। सूबे में ला एंड आर्डर की हालत अभी तक के सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। कोयला, बालू, खनिजों की चोरी और तस्करी बेधड़क चल रही है। यह सब सत्ता के संरक्षण में हो रहा है। झामुमों-कांग्रेस विधायक ही ये सारा काम करा रहे हैं। डॉ गोस्वामी ने कहा कि सरकार अपने करतूतों के कारण जनता की नजरों में गिर चुकी है।
इस दौरान मंच संचालन जिला महामंत्री अनिल मोदी एवं धन्यवाद ज्ञापन साकची पश्चिम के मंडल अध्यक्ष बजरंगी पांडेय ने किया। प्रदर्शन के समापन काल में भाजपा महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव ने जनाक्रोश प्रदर्शन को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महानगर के सभी मंडल अध्यक्ष, मोर्चा अध्यक्ष व शहर के प्रबुद्ध नागरिकों के प्रति आभार जताया।
जनाक्रोश प्रदर्शन में देवेंद्र सिंह, अभय सिंह, बिनोद सिंह, चंद्रशेखर मिश्रा, राजकुमार श्रीवास्तव, नंदजी प्रसाद, दिनेश कुमार, नीरज सिंह, राजेश शुक्ला, विकास सिंह, कल्याणी शरण, कुलवंत सिंह बंटी, , रंजीत सिंह समेत अन्य उपस्थित थे।
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