Jamshedpur News: कृषि उत्पादन बाजार समिति मंडी में समस्याएँ व्याप्त है, सुध लेने वाला कोई नहीं – आकाश शाह

, सरकारें बदल गई लेकिन मंडी की व्यवस्था में कोई सुधार की पहल नहीं की गई.

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जमशेदपुर पूर्वी के विधायक प्रतिनिधि (व्यवसायी मामलों) एवं मंडी के व्यवसायी आकाश शाह ने कृषि उत्पादन बाजार समिति स्तिथ परसुडीह मंडी की अव्यवस्था पर सवाल उठाए हैं और वर्तमान हेमंत सोरेन सरकार से मंडी परिसर के विकास के लिए पहल करने की गुहार लगाई है. श्री शाह ने प्रेस वक्तव्य जारी कर जमशेदपुर के परसुडीह स्थित मंडी की दुर्दशा की ताजा तस्वीर साझा की है और समस्याओं का उल्लेख किया है. उन्होंने बताया है कि मंडी परिसर की आधारभूत संरचना की वस्तुस्थिति काफी खराब और दयनीय है. मंडी के अंदर सभी सड़के जर्जरहाल स्तिथि में है, जगह जगह गड्ढे उभरे हुए हैं जहाँ चलना काफी कठिन है. मंडी में साफ सफाई का घोर अभाव है और चहुंओर गंदगी और कूड़े का अंबार लगा हुआ है. मंडी के भीतर कहीं भी पेयजल की व्यवस्था नहीं है, नवनिर्मित सभी शौचालयों में पानी कनेक्शन नहीं प्रदान किया गया है जिस कारण वे बिना इस्तेमाल बेकार पड़े हुए हैं. इस सब में सबसे बड़ी समस्या यह है की मंडी में अवस्थित सभी गोदाम और दुकान जर्जरहाल हो चुके है और आए दिन दुकानों का छज्जा टूट कर गिरते रहता है जिससे कभी भी दुकानदार दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं. दुकानो की मरम्मत के लिए अभी तक कोई पहल नहीं कि गई है जिसका खामियाजा दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा है. मंडी परिसर में लगे सिसीसीटीवी कैमरे खराब है और सुरक्षा के कोई प्र्यापत इंतेज़ाम नहीं है. इसके साथ ही मंडी परिसर में बहुत से स्थान खाली है जहाँ मवेशी मंडराते रहते हैं और घांस फूंस उग गए हैं उन स्थानों पर अतिरिक्त दुकानों एवं गोदामों का निर्माण किया जा सकता है. मंडी के अंदर व्यापारियों के लिए एक मिटिंग हाल का भी निर्माण किया जाना चाहिए. मंडी में नए दुकानों और गोदामों का आवंटन बंद है जिससे किसी भी नए योग्य व्यापारी को वहाँ व्यापार के लिए दुकान अथवा गोदाम नहीं मिल पा रहा है. उपरोक्त सभी समस्याओं के निवारण के प्रति अधिकारी उदासीन और लापरवाह है जिस कारण आज तक परिसर के विकास के लिए कुछ भी नहीं हुआ और व्यापारी मंडी शुक्ल, रेंट सभी अन्य भुगतान करने के बावजूद आवशयक सुविधाओं से पूरी तरह से वंचित हैं. मंडी कि सभी समस्याओं पर शीघ्रतिशिघ्र समाधान निकालने की आवयशकता हैं. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं कृषि मंत्री बादल पत्रलेख को मंडी को विकसित करने के लिए ठोस पहल करनी चाहिए.

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