Jamshedpur News:कुणाल षाड़ंगी ने प्रदेश भाजपा प्रवक्ता के पद से दिया इस्तीफा
चंद लोगों ने कर लिया है पार्टी को हाईजैक----कुणाल षाड़ंगी
जमशेदपुर
झारखंड प्रदेश भाजपा प्रवक्ता के पद से कुणाल षाड़ंगी ने इस्तीफा दे दिया है.इस संबंध में लिखे गए त्याग-पत्र को उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (ट्विटर हैंडल ) पर पोस्ट किया है. झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को लिखे गए त्यागपत्र में उन्होंने लिखा है कि पिछले छह महीने से उन्हें साजिशन पार्टी के कार्यक्रमों से दूर रखकर अपमानित किया जा रहा था, जिस संबंध में समय समय पर उन्होंने प्रदेश संगठन मंत्री और प्रदेश प्रभारी को सूचित भी किया था.फिर भी, कोई संज्ञान न लिए जाने पर वे आहत होकर ये कदम उठा रहे हैं.कुणाल ने पत्र में बाबूलाल को यह भी लिखा है कि व्यक्तिगत तौर पर उनसे(बाबूलाल) मिलकर लगातार उन्होंने इन बातों को रखा था.
बिहार झारखंड न्यूज नेटवर्क से इस संबंध में बात करते हुए कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि पार्टी में लगातार जनाधारविहीन लोगों को तरजीह दी जा रही है और जनता के बीच सक्रिय कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया जा रहा है. कुणाल ने कहा कि चंद लोगों ने पार्टी को हाइजैक कर लिया है.बहुत दुखी मन से उन्होंने यह कदम उठाया है.
बता दें कि आज घाटशिला में पीएम मोदी की चुनावी सभा थी, जिसमें पी एम ने भाग लिया और इसी बीच कुणाल षाड़ंगी के इस्तीफे से जमशेदपुर में न सिर्फ राजनीति गर्मा गई है, बल्कि इसने भाजपा की अंदरूनी स्थिति को भी उजागर कर दिया है.बीते रात ही भाजपा के चुनावी कार्यालय में जमकर हंगामा और मारपीट हुई थी.
वहीं रविवार की शाम बिष्टुपुर के सेंटर प्वाइंट में कुणाल षाड़ंगी ने एक प्रेसवार्ता बुलाकर अपने इस्तीफे की विधिवत जानकारी दी.उन्होंने कहा कि पिछले छह महीनों से उन्हें पार्टी के कार्यक्रमों से दूर रखा जा रहा था, जिससे वे आहत थे और पार्टी फोरम में आवाज उठाने के बावजूद कोई सुनवाई न होने पर आज मजबूरन उन्हें चौथे स्तंभ यानि मीडिया से रुबरु होकर अपनी बात रखनी पड़ रही है.कुणाल से पूछा गया कि उनके इस्तीफे को टिकट न मिलने से जोड़कर देखा जा रहा है तब उन्होंने कहा कि काम करके टिकट की महत्वाकांक्षा पालना कौन सा गलत काम हो गया, यहां तो आपराधिक इतिहास वालों को टिकट दिया गया है.
कुणाल ने कहा कि आज पीएम मोदी की घाटशिला में चुनावी सभा को लेकर उनको न ही फोन या अन्य माध्यम से ही कोई सूचना दी गई, जिससे वे काफी आहत हुए.पीएम मोदी से प्रेरित होकर वे और उनके जैसे कई युवाओं ने भाजपा का दामन थामा. आज आलम यह है कि जिन लोगों ने पिछले विधानसभा में पार्टी के खिलाफ काम किया, उनको न सिर्फ विभिन्न पद दिए गए हैं बल्कि वे आज सभा में मंच पर थे.
कुणाल ने कहा कि जिला भाजपा के कैप्टन को बदल दिया गया, मगर टीम वही है जिस टीम ने पूर्व सीएम रघुवर दास को हराने में भूमिका निभाई.उपरोक्त सवाल पार्टी फोरम में उठाने पर उन्हें कार्यक्रमों से दूर किया जाने लगा.
कुणाल ने आगे कहा कि जब से टिकट की घोषणा हुई तब से किसी कार्यक्रम की उन्हें सूचना नहीं दी गई जिस बाबत उन्होंने प्रदेश के पदाधिकारियों को समय समय पर सूचित किया.आज पीएम के कार्यक्रम की भी सूचना नहीं दी गई और न ही काॅल किया गया…यहां तक कि बहरागोड़ा में चुनावी कार्यालय खोलने के संबंध में भी कोई सूचना न देकर मनोबल तोड़ने की कोशिश हुई.पर यहां,कोई संज्ञान लेनेवाला नहीं है.बहुत दुखी होकर यह कदम उठाया है.
कुणाल ने कहा कि उनका विरोध मोदी जी से नहीं है बल्कि पार्टी को हाइजैक करनेवालों के खिलाफ वे मुखर हो रहे हैं.उन्होंने कहा कि आत्म सम्मान से बढकर कुछ नहीं है, उन्होंने नौकरी इसलिए नहीं छोडी क्योंकि फिर नौकरी करें.कुणाल ने निवर्तमान सांसद सह भाजपा प्रत्याशी विद्युत वरण महतो का नाम लिए बिना कहा कि आज तक उम्मीदवार का फोन तक नहीं आया.
कुणाल ने सवाल किया कि क्या
टिकट की महत्वाकांक्षा गलत है?
क्या इंटरनल सर्वे में नाम आना गलत है? क्या समाज सेवा का कार्य गलत है?कोविड में जब बाहर निकलने से लोग कतरा रहे थे, तब उन्होंने लोगों के बीच जाकर काम किया.तो क्या यह गलत था? उन्होंने पिछले कुछ सालों में कई जरुरतमंदों के टीएमएच और अन्य अस्पतालों बिल माफ करवाए तो क्या यह गलत था?
आगे के कदम की बाबत पूछने पर कुणाल ने कहा कि आगे का कदम जनता तय करेगी….
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