
जमशेदपुर : यूसिल नरवा पहाड़ स्थित स्टेट ऑफिस परिसर में बुधवार को एक ऐतिहासिक दिन था, जब झारखंड ठेका मजदूर यूनियन के बैनर तले मजदूरों ने अर्जित अवकाश (Earned Leave) लागू होने की खुशी में आभार समारोह का आयोजन किया। यह अवसर मजदूरों की एकता और संघर्ष की जीत के रूप में याद किया जाएगा, जो दो साल के संघर्ष के बाद प्राप्त हुआ।


विधायक संजीव सरदार की रही अहम भूमिका, मजदूरों को दिलवाया अधिकार, मजदूरों ने विधायक को पारंपरिक शॉल से किया सम्मानित
इस कार्यक्रम में पोटका विधायक संजीव सरदार को ससम्मान आमंत्रित किया गया था, जिन्होंने इस मुद्दे पर यूसिल प्रबंधन और उच्च अधिकारियों से लगातार संवाद किया और मजदूरों को उनका अधिकार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम के दौरान मजदूरों ने विधायक संजीव सरदार को पारंपरिक शॉल उढ़ाकर सम्मानित किया और उनके प्रति आभार व्यक्त किया।
दो वर्षों का संघर्ष, 9 जून को मिला हक, अर्जित अवकाश का लाभ मजदूरों को मिलना शुरू हुआ
झारखंड ठेका मजदूर संघ के अध्यक्ष सुधीर सोरेन ने जानकारी दी कि यह मांग कोई नई नहीं थी, बल्कि मजदूर दो वर्षों से अर्जित अवकाश की मांग को लेकर आंदोलनरत थे। कई त्रिपक्षीय वार्ताओं के बाद 19 जनवरी 2024 को इसे लागू करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन यूसिल प्रबंधन द्वारा इसे लागू नहीं किया गया। पोटका विधायक संजीव सरदार के हस्तक्षेप के बाद, प्रबंधन ने यह आश्वासन दिया कि अर्जित अवकाश अप्रैल 2025 से लागू होगा, और 9 जून 2025 से मजदूरों के बैंक खातों में अर्जित अवकाश की राशि ट्रांसफर की जाने लगी। कार्यक्रम के दौरान विधायक संजीव सरदार ने मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा, “यह जीत आपकी एकजुटता और संघर्ष की है। जब आंदोलन संगठित और संयमित होता है, तो कोई भी ताकत उसे रोक नहीं सकती। हेमंत सरकार मजदूरों और गरीबों की सरकार है, और इसी सोच के तहत आपकी आवाज सरकार और सदन तक पहुंची।” उन्होंने आगे कहा कि मजदूरों की ओर से एक और महत्वपूर्ण मांग—मेडिकल सुविधा का मुद्दा भी उठाया गया है, और इस पर जल्द ही यूसिल प्रबंधन से वार्ता की जाएगी।
समारोह के दौरान ठेका मजदूरों ने विधायक संजीव सरदार को शॉल उढ़ाकर और तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका अभिनंदन किया। सभी मजदूरों ने अपनी एकता और संघर्ष के जरिए यह सिद्ध किया कि अगर आवाज उठाई जाए, तो अधिकार मिलते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित झारखंड ठेका मजदूर यूनियन के अध्यक्ष सुधीर सोरेन, सोमाई किस्कू, गुड्डू दास और सैकड़ों मजदूरों ने विधायक संजीव सरदार के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की और आगे की लड़ाई में भी मिलकर संघर्ष करने का संकल्प लिया।