
जमशेदपुर,:
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड आंदोलन के पुरोधा दिशोम गुरु शिबू सोरेन के अस्वस्थ होने की खबर से पूरे राज्य में चिंता की लहर है। जमशेदपुर के सांसद बिद्युत बरण महतो ने उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए गहरी चिंता व्यक्त की है।


सांसद महतो ने कहा, “दिशोम गुरु श्री शिबू सोरेन जी झारखंड की आत्मा हैं। उनकी अस्वस्थता की खबर सुनकर मैं अत्यंत व्यथित हूं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे शीघ्र स्वस्थ हों और हमारे बीच पहले की तरह सक्रियता से लौटें।”
उन्होंने आगे कहा कि शिबू सोरेन न केवल झारखंड की राजनीति में एक अहम स्थान रखते हैं, बल्कि उन्होंने राज्य के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक विकास में भी अहम भूमिका निभाई है। उनके नेतृत्व में झारखंड ने कई ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल की हैं। आदिवासी समुदाय के हक और अधिकारों के लिए उनकी संघर्षपूर्ण यात्रा आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है।
बिद्युत महतो ने कहा कि दिशोम गुरु का मार्गदर्शन झारखंड के लिए सदैव पूजनीय और प्रेरणादायक रहा है। वे एक अनुभवी राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ जन-जन के नेता भी हैं, जिन्होंने अपने जीवन का अधिकांश हिस्सा झारखंड के लोगों के हक और अधिकारों के लिए समर्पित कर दिया।
सांसद ने यह भी कहा कि पूरे झारखंड की जनता उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना कर रही है। सभी राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर आज पूरा राज्य शिबू सोरेन जी के अच्छे स्वास्थ्य की दुआ कर रहा है।
दिशोम गुरु शिबू सोरेन, जो लंबे समय से झारखंड मुक्ति मोर्चा के संरक्षक रहे हैं, अपने जीवन भर आदिवासी अधिकारों, झारखंडी अस्मिता और सामाजिक न्याय के लिए संघर्षरत रहे हैं। उनके योगदान को झारखंड की राजनीति और इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
अंत में बिद्युत महतो ने उम्मीद जताई कि शिबू सोरेन जल्द ही स्वस्थ होकर झारखंड लौटेंगे और फिर से राज्य के विकास और सामाजिक समरसता के कार्यों में अपना योगदान देंगे।