Jamshedpur News :टाटा स्टील फाउंडेशन द्वारा अरुणिमा 2025 में 150 छात्रों को ज्योति फेलोशिप प्रदान किया गया

अंतिम चयन प्रक्रिया के बाद कई और छात्रों को यह पुरस्कार मिलने की उम्मीद है

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सुकिंदा/जमशेदपुर,: आज टाटा स्टील के सुकिंदा क्रोमाइट माइन परिसर में आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी के दौरान, टाटा स्टील फाउंडेशन ने 150 मेधावी एससी/एसटी छात्रों को ज्योति फेलोशिप से सम्मानित किया। ये सभी छात्र कलिंगानगर-बामनीपाल-सुकिंदा क्षेत्र से चयनित किए गए हैं। कक्षा IX से XII तक के छात्रों को दी जाने वाली यह फेलोशिप उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता की ओर प्रेरित करने के साथ-साथ उनके भविष्य को संवारने की दिशा में एक अहम कदम है।

टाटा स्टील के फेरो अलॉय और मिनरल्स डिवीजन के एक्जीक्यूटिव इंचार्ज पंकज कुमार सतीजा, पद्म श्री दैतारी नायक, जिन्हें ‘ओडिशा के नहर पुरुष’ के नाम से भी जाना जाता है, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक शुभाष चंद्र राउत, स्टेम लर्निंग प्राइवेट लिमिटेड के क्लस्टर मैनेजर सयंतन मित्रा, ओडिशा के बाईसिंगा स्थित खैरबनी आश्रम स्कूल की प्रधानाचार्या बिनिता दास और अन्य सम्माननीय व्यक्तियों ने छात्रों को पुरस्कार प्रदान किए।

इस अवसर पर पंकज सतीजा, टाटा स्टील के फेरो अलॉय और मिनरल्स डिवीजन के एक्जीक्यूटिव इंचार्ज ने कहा, “हम मेधावी छात्रों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने और उन्हें सफलता की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह पहल हमारी समाज सेवा के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है, जो निरंतर सीखने और सहयोग के सिद्धांतों पर आधारित है, ताकि हम हर छात्र को एक जिम्मेदार और जागरूक नागरिक के रूप में विकसित कर सकें। हम हर छात्र से यह अपेक्षाएं रखते हैं कि वे अपने सपनों को ऊंचा बनाएं, सीमाओं को पार करें और एक बेहतर भविष्य के लिए अपनी आकांक्षाओं को साकार करें।”

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संगोष्ठी में दिनभर विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन किया गया, जिनमें यह दिखाया गया कि कैसे कीड़े रेशम बनाने में मदद करते हैं, दिव्यांग व्यक्तियों के लिए पहुंच को सुलभ बनाने के उपाय, और स्टेम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) शिक्षा के महत्व को प्रमुखता से उजागर किया गया। इसके अतिरिक्त, भारत सरकार की ‘स्किल इंडिया’ पहल के तहत क्षमता निर्माण के अवसरों पर भी विस्तृत चर्चा की गई। छात्रों ने जल संरक्षण पर एक विशेष सत्र में भाग लिया, जिसमें इस अमूल्य संसाधन को बचाने और इसके विविध उपयोगों को बढ़ाने के तरीकों पर विचार किया गया।

श्री दैतारी नायक ने जल संरक्षण के लिए नवोन्मेषी और सरल तरीकों के बारे में बताया, साथ ही इसके समुदाय और पर्यावरण के लिए महत्व को भी उजागर किया। इस संगोष्ठी में नवीन श्रीवास्तव, सरूआबिल और कमरदा के ट्विन माइंस के हेड, आदर्श अग्रवाल, एफएपी बामनीपाल के हेड, प्रमोद कुमार, एफएएमडी के एडमिन हेड, अंबिका प्रसाद नंदा, टाटा स्टील फाउंडेशन के सीएसआर हेड, डॉ. जयंत त्रिपाठी, सुकिंदा-बामनीपाल क्लस्टर के हेड, और देबांजन मुखर्जी, कलिंगानगर इम्पैक्ट क्लस्टर के हेड सहित फाउंडेशन के कई अन्य टीम सदस्य भी उपस्थित थे।

ज्योति फैलोशिप टाटा स्टील फाउंडेशन की एक छात्रवृत्ति पहल है, जिसका उद्देश्य छात्रों को कक्षा IX से XII तक अतिरिक्त कोचिंग और समर्थन प्रदान कर उन्हें अपनी पसंदीदा करियर दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है। पिछले एक दशक में, सुकिंदा-बामनीपाल-कलिंगानगर क्षेत्र में 13,500 छात्रों, जिनमें 5,000 से अधिक लड़कियां शामिल हैं, को ज्योति फेलोशिप प्राप्त हुई है।

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