
जमशेदपुर।


चाकुलिया प्रखंड के जिरापाड़ा गांव के होनहार छात्र सुमन कपाट ने इंटरमीडिएट कला संकाय परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए जिले में दसवां स्थान और प्रखंड में पहला स्थान प्राप्त कर इलाके का नाम रोशन किया है।
सुमन का यह सफर आसान नहीं था। वह एक साधारण मजदूर परिवार से आता है, जहां उसके पिता सत्य कपाट साबुन फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं और मां करुणा कपाट एक गृहिणी हैं। आर्थिक तंगी के बावजूद सुमन ने हार नहीं मानी और कड़ी मेहनत व आत्मविश्वास के बल पर यह मुकाम हासिल किया।
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सफलता के पीछे की कहानी
सुमन के मुताबिक, उसने हर दिन तय समय पर पढ़ाई की और distractions से दूर रहकर अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किया। सीमित संसाधनों में भी वह सोशल मीडिया से दूर रहकर अपनी किताबों को अपना सबसे अच्छा दोस्त बना लिया था।
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सम्मान और पुरस्कार
उसकी इस उपलब्धि पर गांव और समाज में खुशी की लहर दौड़ गई है। माल समाज के वरिष्ठ सदस्य चिन्मय नायक ने बताया कि सुमन को समाज के प्रबुद्धजनों के साथ विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सुमन ने सिर्फ अपने विद्यालय और प्रखंड ही नहीं, बल्कि पूरी माल समाज का गौरव बढ़ाया है।
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प्रेरणा का स्रोत
इतना ही नहीं, समाज द्वारा उसके माता-पिता को भी सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी अपने बेटे को शिक्षा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। करुणा कपाट बताती हैं कि उन्होंने अपने बेटे की पढ़ाई के लिए हर संभव कोशिश की और हमेशा उसे सकारात्मक सोच रखने के लिए प्रेरित किया।
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आगे की राह
सुमन अब आगे की पढ़ाई के लिए उच्च शिक्षा संस्थान में दाखिला लेने की योजना बना रहा है। उसका सपना है कि वह आगे चलकर एक सफल शिक्षक बने और ग्रामीण इलाकों के बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करे।
सुमन की यह कहानी उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है, जो सीमित साधनों में भी बड़े सपने देखते हैं। यह साबित करता है कि अगर मन में जज्बा और मेहनत करने की लगन हो, तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं।