
जमशेदपुर.

देश में जब से मोदी सरकार बनी है तब से केंद्र सरकार और भाजपा समाज में नफरत फैलाने और समाज को खंड-खंड में विभाजित करने की साजिश कर रही है. भारत देश को सोने की चिड़िया के नाम से जानने वाले देश को मोदी सरकार के कार्यकाल में नफरत की चिड़िया के नाम से पुकारा जाने लगा है. पूरे देश में शिक्षा व स्वास्थ्य की व्यवस्था चरमराई हुई है.,महंगाई और बेरोजगारी से लोग त्रस्त हैं, मगर देश के नौजवानों को मोदी सरकार हिंदू -मुस्लिम, अगड़ी- पिछड़ी, औरंगजेब,राणा सांगा, बाबर एवं जमीन खोदों में उलझा रखी है. अनुमानित है कि सरकार अमेरिका और इजरायल के इशारे पर सारा खेल खेल रही है.भारत की गोदी मीडिया भी इजराइल का गुणगान कर रही है. छपरा तरैया निवासी एवं जमशेदपुर कोर्ट के अधिवक्ता और सामाजिक चिंतक सुधीर कुमार पप्पू ने उक्त बातें एक बयान जारी कर कही है.
सुधीर कुमार पप्पू ने आगे कहा है कि देश में मोदी सरकार सिर्फ दो चार पूंजीपति मित्रों के लिए काम कर रही है. अनुमानित है कि अमेरिका और इजरायल नहीं चाहता है कि भारत विकास करे. ऐसी आशंका है कि विदेशी ताकतों के इशारे पर मोदी सरकार देश में एजेंडा चला कर समाज को आपस में बांट रही है और नफरत फैला रही है, ताकि विकास पर किसी का ध्यान नहीं जाए. हालात बहुत ही गंभीर हैं.मोदी सरकार संविधान को समाप्त करना चाहती है. देश के केंद्रीय गृह मंत्री माननीय अमित शाह के द्वारा सर्वोच्च सदन में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का अपमान एवं उपहास करना यह दर्शा रहा है कि देश में अंबेडकर जयंती सिर्फ दिखावा रह गई है और मनु स्मृति को लागू करवाने की मंशा लेकर सरकार धीरे-धीरे हर संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा कर रही है. पप्पू ने कहा कि समाज को जागरूक होना होगा और मोदी सरकार को उखाड़ फेंकना होगा. विपक्ष को भी समाप्त करने के लिए मोदी सरकार एजेंडा चला रही है. उन्होंने कहा कि सभी देशभक्तों को एकजुट होकर मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए देश भर में एक बड़ा आंदोलन खड़ा करना होगा.