
जमशेदपुर।
जमशेदपुर में पारा 43डिग्री पार है और ऐसे में एक बार फिर लोग स्कूलों के ग्रीष्मावकाश बढाने या फिर स्कूलों की छुट्टी 10बजे सुबह करने की मांग कर रहे हैं.जिले में सरकारी स्कूल खुल गए हैं जहां तपती दोपहरी में स्कूल की छुट्टी होने पर घर जा रहे हैं.कुछ प्राइवेट स्कूल खुले हैं जबकि अधिकांश 12जून यानि सोमवार को खुलेंगे..भीषण गर्मी को देखते हुए लोगों की ओर से ग्रीष्मावकाश बढाने की मांग की जा रही है वहीं जमशेदपुर कोर्ट के अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू का कहना है कि छुट्टियां बढाने से बच्चों की पढाई पर असर होता है.उन्होंने एक प्रेस बयान जारी करते हुए सवाल उठाया है कि फीस के नाम पर मोटी मोटी रकम ऐंठने वाले स्कूल बच्चों के लिए एसी की व्यवस्था क्यों नहीं करते? जबकि स्कूल के प्रिंसीपल खुद एसी कमरों में अपने कार्य करते हैं.सुधीर कुमार पप्पू ने जिले के पदाधिकारियों से भी पूछा है कि जब प्रशासनिक भवनों में एसी है तो फिर बच्चों के स्कूलों में क्यों नहीं?उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों के पास इतने पैसे हैं कि वह हर क्लास मैं एसी की सुविधा के साथ पढाई करवा सकता है.बच्चों का सिलेबस बढता जा रहा है और अगर प्रचंड गर्मी की वजह से ग्रीष्मावकाश को बढाया जाता है तो एक बडा सवाल ये उठता है कि आखिर सिलेबस कैसे पूरा होगा?स्कूल प्रबंधन मेंटनेंस के नाम पर अभिभावकों से एक मोटी रकम वसूलते हैं लेकिन बच्चों की सुविधा पर ध्यान नहीं देते.बच्चों का सिलेबस पूरा हो और वे गर्मी से अपनी रक्षा भी करें,इसको लेकर अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन के बीच बैठक कर ठोस निर्णय लेना चाहिए.