जमशेदपुर।
परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी मंदिर, बिस्टुपुर के सभागार में गुरुवार को महिला शाखा की ओर से सावन उत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें मिथिला समाज की सैकड़ों महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में भाग लेकर सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत कर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक गुरु वंदना से हुई, जिसे श्रीमती पूनम मिश्रा ने श्रद्धा पूर्वक प्रस्तुत किया। इसके पश्चात सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का सिलसिला शुरू हुआ, जिसमें अनन्या झा, सलोनी मिश्रा, श्रुति, कीर्ति आदि ने “मिथिला नगरिया निहाल सखिया” जैसे लोकप्रिय मैथिली लोकगीतों पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया। वहीं नैना झा ने पारंपरिक झिझिया संगीत पर अपनी अद्भुत प्रस्तुति देकर उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सावन महोत्सव में सावन क्वीन प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ, जिसमें सौंदर्य, पारंपरिक वेशभूषा और आत्मविश्वास के आधार पर प्रतिभागियों को आँका गया। इस प्रतियोगिता में श्रीमती जूली झा को प्रथम स्थान मिला, जबकि श्रीमती जुगनू झा और श्रीमती मणि मिश्रा ने क्रमश: द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती वैदेही मिश्रा ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में मिसेज यूनिवर्स 2025 झारखंड प्रतिभागी श्रीमती रानी ठाकुर उपस्थित रहीं। निर्णायक मंडल में श्रीमती किरण ठाकुर, श्रीमती रश्मि और श्रीमती सुलोचना खाँ ने जज की भूमिका निभाई।
कार्यक्रम की समन्वयक थीं श्रीमती लुसी देवी एवं श्रीमती झुना झा, जबकि धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती पूनम झा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मिथिला समाज की महिलाओं की उमंग, उत्साह और पारंपरिक सांस्कृतिक झलक देखने को मिली, जिससे सभागार हरियाली तीज के रंग में सराबोर हो गया।



